नानपुर/वाणी समाज भवन में चल रही भागवत कथा में रतलाम से पधारे राष्ट्रीय भागवत प्रवक्ता निमिष्य नारायण व्यास (नुनु गुरु)आचार्य शंकर वेद कर्मकांड गुरुकुल के संस्थापक ने कथा के तीसरे दिन बताया धर्म के चार चरण होते हैं सत्य, दया, सत्कर्म, और परमार्थ की आराधना
और अधर्म के चार चरण होते हैं मद , कुविचार, पशु हिंसा, मदिरापान मनुष्य जीव कोधर्म के चार चरणों को अपने जीवन काल में अपनाते हुए अपने जीवन को…