
संभाग ब्यूरो बिलाल खत्री
अलीराजपुर थाना कोतवाली पुलिस ने एक सूझबूझपूर्ण और त्वरित कार्यवाही करते हुए नकबजनी के एक मामले का सफलतापूर्वक खुलासा किया है। पुलिस ने न केवल आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया, बल्कि उसके कब्जे से चोरी गए लगभग 1.5 लाख रुपये मूल्य के बहुमूल्य जेवरात भी बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप पटेल द्वारा बताया गया कि दिनांक 02 अगस्त 2025 को फरियादी हरिराम पिता गुरदीन विश्वकर्मा, उम्र 32 वर्ष, निवासी काजू विकास रोड अलीराजपुर ने थाना कोतवाली अलीराजपुर पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। फरियादी ने बताया कि वह काजू विकास रोड पर स्थित अखिलेश राठौर के मकान में किराए से रहता है एवं भवन निर्माण से संबंधित पी.ओ.पी. का कार्य करता है।
उसकी पत्नी प्रियंका ने घर में रखे बहुमूल्य जेवरात जिनमें सोने का मंगलसूत्र, अंगूठी, नथनी, मोती, चांदी की पायजेब, बिछिया, तथा उनकी छोटी बच्ची की पायल आदि शामिल थे एक स्टील के छोटे टिफिन में रखकर लकड़ी की पेटी में सुरक्षित रखे थे।
घटना दिनांक को हरिराम रोज की तरह मजदूरी पर गया हुआ था। दोपहर लगभग 1:30 बजे जब वह भोजन के लिए घर लौटा तो उसकी पत्नी ने उसे बताया कि घर में चोरी हो गई है। पूछताछ में उसकी पत्नी ने बताया कि वह कुछ समय के लिए छत पर गीले कपड़े सुखाने गई थी और नीचे कमरे का दरवाजा केवल बंद किया था, परंतु ताला नहीं लगाया था। जब वह नीचे लौटी तो देखा कि दरवाजा खुला था और पेटी भी खुली हुई थी। पेटी में रखे गहनों का टिफिन गायब था। पीड़िता द्वारा बताए अनुसार चोरी गए जेवरातों की अनुमानित कीमत लगभग ₹1,50,000/- थी। पुलिस द्वारा प्राप्त रिपोर्ट पर तत्काल अज्ञात आरोपी के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई।
प्रकरण की संवेदनशीलता एवं गंभीरता को देखते हुए एसडीओपी अलीराजपुर अश्विनी कुमार के पर्यवेक्षण में विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए घटनास्थल एवं आसपास क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का गहराई से विश्लेषण किया गया। साथ ही पुलिस की सक्रिय मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया।
पुलिस को मुखबिर तंत्र सूचना प्राप्त हुई कि फरियादी के पड़ोस में रहने वाला युवक वैभव पिता दीपक पाण्डे, उम्र 24 वर्ष, निवासी नई बस्ती पेटलावद, हाल निवासी भोईवाडा झाबुआ, जो घटना के बाद से ही घर छोड़कर फरार था, उस पर संदेह किया जा रहा है। पुलिस टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया और मनोवैज्ञानिक तकनीकों द्वारा पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान वैभव ने अपराध स्वीकारते हुए बताया कि उसने ही चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस द्वारा उसकी निशानदेही पर चोरी गए जेवरात — जिनमें सोने का मंगलसूत्र, सोने की अंगूठी, सोने की नथ, सोने का मोती, चांदी की दो जोड़ी पायजेब, छोटी बच्ची की पायल, चांदी की चार जोड़ी बिछिया एवं सोने का कांटा शामिल है 1.5 लाख रूपये के बरामद कर लिए।
उपरोक्त सराहनिय कार्यवाही थाना कोतवाली पुलिस टीम के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। टीम में निरीक्षक सोनू सिटोले, उप निरीक्षक सुनील रन्दे, सहायक उप निरीक्षक श्री अरुण राठौर एवं रामकुमार यादव, प्रआर बदेसिंह, प्रधान आरक्षक दिलीप (साइबर सेल), आरक्षक प्रमोद, राहुल, संदीप, गंगाराम, सुमित, गजेन्द्र, महिला आरक्षक रवीना चौहान, जितेन्द्र, संतोष, सेवकराम एवं सुरत का उल्लेखनीय योगदान रहा।