बिलाल खत्री
बड़वानी शासकीय कन्या महाविद्यालय बड़वानी में 25 जून को संविधान हत्या दिवस कार्यक्रम की 50वीं वर्षगाँठ का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. कविता भदाौरिया के मार्गदर्शन में किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि संविधान हत्या दिवस 25 जून को मनाया जाता है। सन 1975 के आपातकाल के दौरान संविधान के सिद्धांतो पर हुए हमलो की याद दिलाता है।
प्रशासनिक अधिकारी डॉ. एनएल गुप्ता ने भी संविधान हत्या दिवस पर अपने विचारो को व्यक्त करते हुए कहा कि आपातकाल के दौरान नागरिको के अधिकारों का हनन हुआ था। यह दिवस उन पीड़ीतों को श्रृद्धांजलि देता है और नागरिको के अधिकारो के महत्व को उजागर करता है।
राजनीति विज्ञान विभाग की सह प्राध्यापक एवं कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. स्नेहलता मुझाल्दा ने कहा कि 25 जून को राष्ट्र में आपातकाल लागू होने की 50वीं वर्षगाँठ मनाई जा रही है। यह न केवल इस विभीषिका को स्मरण करने का अवसर है वरन लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक नैतिकता के प्रति नई प्रतिबद्धता का अवसर भी है। यह दिन हमें सन 1975 के आपात काल से सीख लेने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को दोहराने से रोकने के लिए प्रेरित करता है। इस दिन को मनाकर लोगो में संविधान और लोकतंत्र के महत्व के बारे में जागरूक करना है। यह दिन संविधान के मूल्यों को बनाए रखना जैसे समानता, स्वतंत्रता और न्याय को बढावा देने का संकल्प लेना है। लोकतंत्र को मजबूत करना और उसे हर तरह के खतरे से बचाना है। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी ने बताया कि संविधान हत्या दिवस के विभिन्न कार्यक्रम 25 जून 2025 से आयोजित होगें।
इस अवसर पर डॉ. जगदीश मुजाल्दे, डॉ. महेश कुमार निंगवाल, डॉ. दिनेश सोलंकी, डॉ. सुनीता भायल, डॉ. प्रियंका देवड़ा, डॉ. इन्दु डावर, प्रो. सीमा नाईक डॉ. स्मिता यादव, डॉ. अंकिता पागनिस डॉ. शोभाराम वास्केल, कृष्णु यादव सहित समस्त स्टॉफ एवं छात्राएँ उपस्थित थे।