संभाग ब्यूरो बिलाल खत्री
बड़वानी प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी में स्वामी विवेकानंद करियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति ख्एनइपी, 2020 के अंतर्गत प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए किए गए महत्वपूर्ण परिवर्तनों पर एक जानकारीपूर्ण परिचर्चा का आयोजन प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य के मार्गदर्शन में किया गया।
नाम और सिलेबस में बदलाव, गतिविधियाँ हुईं शामिल
करियर काउंसलर डॉ. मधुसूदन चौबे ने एनइपी 2020 के तहत हुए परिवर्तनों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आधार पाठ्यक्रम (फाउंडेशन कोर्स) के अंतर्गत हिंदी और अंग्रेजी भाषा का अध्यापन होता था।
अब इस पाठ्यक्रम का नाम बदलकर योग्यता संवर्धन पाठ्यक्रम कर दिया गया है। सिलेबस में व्यापक बदलाव किए गए हैं, जिसमें प्रत्येक इकाई के साथ रोचक और शिक्षाप्रद गतिविधियाँ शामिल की गई हैं। ये गतिविधियाँ विद्यार्थियों की रचनात्मकता, तार्किक क्षमता, और संचार कौशल को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
परीक्षा पैटर्न में बदलाव डॉ. चौबे ने मूल्यांकन प्रणाली में हुए बदलावों पर भी प्रकाश डाला। पहले हिंदी और अंग्रेजी विषयों के प्रश्नपत्र वस्तुनिष्ठ प्रणाली पर आधारित थे, जिसमें प्रत्येक पेपर में 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते थे, और उत्तर ओएमआर शीट के माध्यम से गोले भरकर दिए जाते थे। अब उच्च शिक्षा विभाग, मध्यप्रदेश शासन की वेबसाइट पर अपलोड किए गए नए सिलेबस के अनुसार, प्रश्नपत्रों में अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय, और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न शामिल होंगे। यह नया पैटर्न विद्यार्थियों की विश्लेषणात्मक, लेखन, और समस्या-समाधान क्षमता को परखेगा। पहले प्रत्येक पेपर 50 अंकों का था, लेकिन अब यह 100 अंकों का होगा और उत्तीर्ण होने के लिए हर पेपर में न्यूनतम 35 अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। इस परिवर्तन को जानकार विद्यार्थी अब अपनी तैयारी को नए सिरे से प्रारम्भ कर सकते हैं. अभी तक वस्तुनिष्ठ प्रणाली पर आधारित तैयारी करवाई जा रही थी. संचालन दिव्या जमरे ने किया. संजू डूडवे और लक्ष्य रावत ने सहयोग किया।