
भोपाल / राजधानी भोपाल समेत मध्यप्रदेश के हर शहर और जिले में स्मार्ट मीटर का विरोध बढ़ता चला जा रहा है जहाँ आम जनता स्मार्ट मीटर का खुलकर विरोध कर रही है जनता की आवाज़ के साथ मिलकर अब राजनीतिक पार्टी और सामाजिक संस्थाए भी खुलकर स्मार्ट मीटर के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रही है इतना विरोध होने के बाद भी सरकार अपनी ज़िद नही छोड़ रही है और पुलिस प्रशासन को साथ लेकर ज़बरदस्ती लोगो के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए कमर कस चुकी है।सरकार स्मार्ट मीटर के बहाने जनता की जेबो पर डाका डालना चाहती है स्मार्ट मीटर लगने से पहले जिनका बिजली का बिल 500 रुपए आता था स्मार्ट मीटर लगने के बाद उनका बिजली का बिल 5000 रुपए आ रहा है कई जगह से ऐसी शिकायते मिल चुकी है गरीब आदमी जिसकी कमाई बहुत थोड़ी है जिसका चूल्हा बड़ी मुश्किल से जलता है वो बिजली का इतना भारी भरकम बिल हर महीने कैसे भरेगा ये सोचने और समझने की बात है लेकिन सरकार को इन बातों से कोई फर्क नही पड़ रहा है बस जनता पर आर्थिक बोझ डालना है