
ब्यूरो चीफ इकबाल खत्री
टीएल बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देश
धार 14 जुलाई 2025/कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में टीएल बैठक कलेक्टर कार्यालय में आयोजित हुई। बैठक में सीईओ अभिषेक चौधरी सहित जिला अधिकारीगण उपस्थित थे और अनुविभाग स्तरीय अधिकारी वर्चुअली जुड़े थे।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण अंतर्गत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु कार्ययोजना तैयार कर अमल में लाएं।
जिसमें विद्यालयीन स्वास्थ्य परीक्षण, औषधि वितरण एवं स्कूली छात्रों की स्वास्थ्य रिपोर्टिंग की प्रक्रिया की व्यापक मॉनिटरिंग की व्यवस्था हो। अनुभाग के एसडीएम अपने क्षेत्र में इस कार्य को लीड करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले की समस्त शालाओं में नामांकित विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण विद्यालयों में प्रतिवर्ष दो बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाए। प्रत्येक विकासखंड में 10 शालाओं में तुरंत स्वास्थ्य परीक्षण प्रारंभ कर स्थिति की रिपोर्ट तैयार की जाए। परीक्षण कार्य में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मदद ली जाए।इसके साथ ही विद्यार्थियों को IFA एवं De-Worming Tablets का भी वितरण शाला स्तर पर किया जाए और विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि नेत्र परीक्षण की व्यवस्था भी समस्त शालाओं में की जाए , आवश्यकता होने पर चश्मे वितरित किए जाएं। इसके लिए आंकड़े जिला पंचायत को उपलब्ध कराए जाएं।कार्ययोजना का समन्वय स्कूल शिक्षा विभाग करेगा, ताकि समय पर सभी गतिविधियाँ संपन्न हो सकें। प्रत्येक विद्यालय में RBSK संपर्क हेतु एक नोडल शिक्षक की नियुक्ति की जाए, जिनकी जानकारी संबंधित विभागों को दी जाए।
बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जिले में जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि आयुष्मान कार्ड एवं आभा आईडी निर्माण के कार्य में तेजी लाने, तथा अधिक से अधिक लोगों को इन योजनाओं से जोड़ने के निर्देश दिए। नल-जल योजनाओं के जमीनी सत्यापन हेतु उन्होंने टीम गठित कर प्रत्येक योजना की भौतिक जांच करवाने पर जोर दिया।
सीएम हेल्पलाइन में विभागवार रैंकिंग में सुधार को लेकर भी उन्होंने सतत प्रयास करने और इसके लिए लक्ष्य तय कर सुनियोजित कार्य योजना अपनाने को कहा।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि आपात स्थिति में किसी व्यक्ति के गर्भवती महिला को निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाने पर भुगतान हेतु आवश्यक राशि सभी अस्पतालों में रेडक्रॉस के माध्यम से एडवांस में उपलब्ध कराई जाए।
डीएपी/यूरिया के विकल्प उर्वरकों उपयोग पर मनावर में कार्यशाला व परिचर्चा आयोजित
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने किसानों से किया वैकल्पिक उर्वरकों जैसे नैनो यूरिया , नैनो डीएपी के उपयोग का आग्रह
धार, 14 जुलाई 25/ किसानों को रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करने और वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सोमवार को मनावर में एक दिवसीय कार्यशाला एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि लगातार यूरिया और डीएपी के अधिक उपयोग से भूमि की उर्वरता पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जैविक खेती अपनाने और वैकल्पिक उर्वरकों को अपनाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। कलेक्टर ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से खेती करने और मृदा परीक्षण को नियमित रूप से कराने की भी सलाह दी। मिट्टी नमूना पत्रक अनुसार जैविक,या रासायनिक उर्वरक का सिफारिश अनुसार उपयोग करने की सलाह दी
कार्यशाला में उपस्थित उप संचालक कृषि जीएस मोहनीय ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ किसानों को लेना चाहिए। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थि भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि एवं कृषकों से आह्वान किया कि वे अपने खेतों में ट्रायल के तौर पर कुछ हिस्से में जैविक या तरल उर्वरकों का प्रयोग अवश्य करें।
कार्यशाला में राजस्व,कृषि अधिकारियों ,कृषि वैज्ञानिकों , मृदा विशेषज्ञों ,और इफको उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया और किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों की विशेषताओं, प्रयोग विधि एवं लागत-लाभ की जानकारी दी।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे और उन्होंने वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग को लेकर अपनी जिज्ञासाएं भी रखीं। विशेषज्ञों ने किसानों के सवालों का जवाब देते हुए भरोसा दिलाया कि उनके साथ हर संभव सहयोग के लिए तत्पर है।