बिलाल खत्री
खण्डवा आदि कर्मयोगी अभियान” समाज के अंतिम छोर के व्यक्तियों की समस्याओं और आवश्यकताओं को चिन्हित कर उनके निराकरण के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत गांव के विकास का खाका राष्ट्रीय या प्रदेश स्तर से तैयार नहीं होगा, बल्कि स्थानीय ग्रामीणजन ही अपने गांव के विकास की योजना तैयार करेंगे। सहायक आयुक्त अनुसूचित जनजातीय कार्य विभाग संतोष शुक्ला ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले के अनुसूचित जनजाति बहुल 305 ग्रामों को चिन्हित किया गया है।
इन गांव में 15 से 30 सितम्बर के बीच आदि कर्मयोगी अभियान के तहत 4 बार ग्राम सभाएं आयोजित की जा रही हैं। इन 4 ग्राम सभाओं के बाद 2 अक्टूबर को महा ग्रामसभा भी आयोजित होगी, जिसमें गांव के विकास की योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। सहायक आयुक्त शुक्ला ने बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान के तहत शुक्रवार को पंधाना विकासखंड के ग्राम टाकलखेड़ा, पिपलोदखास तथा बोरखेड़ाखुर्द में ग्रामसभाएं आयोजित कर स्थानीय ग्रामीणजनों ने अपने गांव के विकास की योजना को अंतिम रूप दिया।
उन्होंने बताया कि इसी तरह अन्य गांवों में भी आयोजित ग्रामसभाओं में ग्रामीणजन अपने गांवों के विकास की कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं।