बिलाल खत्री
बड़ी खट्टाली गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ के जयकारे से गूंजा आंखों में खुशियों की नमी पर दिल में अगले बरस फिर आने का अपार उत्साह, बिलकुल ऐसा ही नजारा दिखाई दिया, श्री गणेश विसर्जन बीते 10 दिनों से चल रहे गणेश महोत्सव का शनिवार को गणेश प्रतिमा के विसर्जन के साथ समापन हुआ। गणेश चतुर्थी के दिन घर-घर में गणेश जी की प्रतिमा को विधि विधान से पूजा अर्चना कर विराजमान किया गया था। वहीं 10 दिनों तक विधि विधान से पूजा आरती करके आज ढोल-नगाड़ों, के साथ नाचते गाते शोभायात्रा निकाली गई। हथनी नदी पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। गणपति बप्पा मोरया और अगले बरस तुम जल्दी आना के जयकारे लगते रहे। ढोल-नगाड़े के साथ श्रद्धालुओं ने काफी श्रद्धा और उत्साह से प्रतिमा को जलधारा में प्रवाहित किया। विसर्जन यात्रा में श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को रंग गुलाल लगाते हुए जमकर थिरके ।
ढोल नगाड़ों के साथ गणपति विसर्ज
‘गणपति बप्पा मोरया, अबके बरस तू जल्दी, घर- घर में पधारे गए गणपति बप्पा की प्रतिमाओं को श्रद्धालुओं ने ढोल नगाड़े के साथ शोभायात्रा निकालकर हथनी नदी में विसर्जित किया।क्षेत्र के आसपास में भी गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
ग्राम में इन 10 दिनों में बाप्पा की सुबह-शाम आरती आयोजन किया गया। वहीं सभी पांडालों में श्री गणेशा को कई प्रकार के व्यंजन प्रसादी व 56 भोग का आयोजन के साथ ही कार्यक्रम आयोजित किए।
विदाई के समय के चेहरों में छाई मायूसी के साथ नम आंखों से बाप्पा को किया विसर्जित। सुरक्षा को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन विसर्जन स्थल पर मुस्तैद दिखी। पुलिस प्रशासन को सराहनीय सहयोग रहा।