इस ब्लास्ट के लिए 50 किलो से ज्यादा विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। हमले में डीआरजी के 10 जवान शहीद हो गए और वाहन के चालक को भी अपनी जान गंवानी पड़ी।