पाकिस्तान में गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जाने वाले सिख जत्थों को केंद्र सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। केंद्र की ओर से जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं को पाकिस्तानियों की मेहमाननवाजी से दूर रहने की हिदायत दी है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि कोई भी व्यक्ति पाकिस्तानियों की मेहमाननवाजी करता है तो उसे सरकार ब्लैक लिस्ट कर देगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को एक पत्र जारी कर यह सुनिश्चित करने को कहा है कि जून माह के दौरान पाकिस्तान में गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जाने वाले जत्थे में शामिल लोग वहां पाकिस्तानियों की विशेष मेहमाननवाजी से दूर रहें। अगर जत्थे में शामिल किसी व्यक्ति ने पाकिस्तानियों की मेहमाननवाजी स्वीकार की तो उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। इस तरह उस व्यक्ति को दोबारा पाकिस्तान जाने की आज्ञा नहीं मिल सकेगी। मंत्रालय ने पत्र में यह भी ताकीद की है की जत्थे में शामिल व्यक्ति पाकिस्तान इंटेलिजेंस और पाकिस्तान के अधिकारियों से तालमेल करने से बचें। 
पंजाब सरकार ने गृह मंत्रालय के इस पत्र की प्रतियां शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव को भेज दी हैं। शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर 300 श्रद्धालुओं का एक जत्था 21 जून को अमृतसर से गुरुद्वारा ननकाना साहिब के लिए रवाना होगा।
यह जत्था 30 जून तक पाकिस्तान में ठहरेगा और इस दौरान विभिन्न गुरुद्वारों के दर्शन करेगा। कार्यक्रम के अनुसार यह जत्था 22 जून को गुरुद्वारा ननकाना साहिब से गुरुद्वारा सच्चा सौदा और 24 जून को गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब पहुंचेगा। यह जत्था 27 जून को गुरुद्वारा श्री देहरा साहिब लाहौर पहुंचेगा और 30 जून को लाहौर से भारत लौटेगा।