दूसरी गाड़ियों को रोककर किसी तरह जजों की फ्लीट को निकाला गया, लेकिन इसमें 10 मिनट लग गए। खास बात यह है कि स्कूल की छुट्टी के वक्त ट्रैफिक को संभालने के लिए पहले से कोई पुलिसकर्मी नहीं था।