राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि ‘वर्ण’ और ‘जाति’ जैसी अवधारणाओं को पूरी तरह से त्याग दिया जाना चाहिए।