खास बात यह है कि जब इंदौर से रोज 90 से ज्यादा उड़ानें संचालित होती थी तब भी यात्री संख्या 10 हजार के आंकड़े को छू नहीं पाई थी लेकिन शुक्रवार को रिकार्ड टूटा।