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विकास में राजनीति’ नहीं बल्कि ‘विकास की राजनीति’ करती है मोदी सरकार, मंडाविया का तेजस्वी पर पलटवार

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बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दावों का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है।
केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने बिहार के उपमुख्यमंत्री मंत्री तेजस्वी यादव से दरभंगा में एम्स के निर्माण के लिए उपयुक्त जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया और कहा कि मोदी सरकार विकास की राजनीति में विश्वास करती है, विकास में राजनीति करने में नहीं।
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार में स्वास्थ्य विभाग का प्रभार संभाल रहे यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उत्तर बिहार के दरभंगा जिले में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बारे में अपने संबोधन में ‘सफेद झूठ’ बोलने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था,’दरभंगा में एम्स का जिक्र करना प्रधानमंत्री की ओर से सरासर झूठ है, जिसका निर्माण अभी तक नहीं हुआ है। वह मुझे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की याद दिलाते हैं, जिन्होंने कुछ समय पहले पूर्णिया हवाई अड्डे को सरकार की उपलब्धियों में से एक बताया था।’
उन्होंने कहा, ‘तथ्य यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा में एम्स के लिए पहल की थी और राष्ट्रीय राजमार्ग से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर उपयुक्त रूप से स्थित भूमि का एक टुकड़ा भी आवंटित किया गया था। लेकिन केंद्र ने यह दावा करके अड़ंगा लगा दिया कि जमीन का स्थान सुविधाजनक नहीं है।’ राजद के युवा नेता ने मंडाविया के साथ टेलीफोन पर बातचीत में केंद्र के अचानक बदले रुख पर निराशा व्यक्त की और इस संबंध में उन्हें लिखे पत्र की एक प्रति अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा की।
यादव के दावों का जवाब देते हुए मंडाविया ने कहा कि मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है। केंद्र की मंशा साफ बताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दरभंगा में एम्स के लिए अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर, 2020 को दी थी और पहली जमीन बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को दी थी। इसके बाद आप सरकार में आए और राजनीति करते हुए 30 अप्रैल, 2023 को इस जगह को बदल दिया। मंडाविया ने कहा कि विशेषज्ञ समिति ने भूमि का निरीक्षण किया और नियमों के अनुसार इसकी जांच की।
उन्होंने अपने ट्वीट के साथ पत्र की एक प्रति संलग्न करते हुए कहा कि 26 मई, 2023 को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिहार सरकार को एक पत्र भेजकर सूचित किया कि उसके द्वारा प्रदान की गई दूसरी भूमि एम्स के निर्माण के लिए उपयुक्त नहीं है। उन्होंने कहा, ‘आप मुझे बताइए कि जमीन क्यों बदली गई, किसके हित में बदली गई?’ मंडाविया ने ट्विटर पर कहा, ‘एम्स के लिए अनुपयुक्त जमीन दिए जाने के बारे में आपके अपने विधायक ने बिहार विधानसभा में क्या कहा? राजनीति से बाहर निकलें और तुरंत एम्स के निर्माण के लिए उचित स्थान दें! हम बिहार में एम्स बनाने के लिए तैयार हैं।’

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