best news portal development company in india

भारत के प्रख्यात शायर मुनव्वर राणा का 71 वर्ष की आयु में हुआ निधन, लखनऊ के अस्पताल में रात 11 बजे ली अंतिम साँस…

SHARE:

 लखनऊ / भारत के प्रख्यात और मशहूर शायर मुनव्वर राणा का रविवार रात 11 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया वो 71 वर्ष के थे मुनव्वर राणा ने लखनऊ के संजय गाँधी परा-स्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल में अंतिम साँस ली उनके निधन की पुष्टि उनके पुत्र तबरेज़ राणा ने की। मुनव्वर राणा कई दिनों से किडनी से सम्बंधित रोग से ग्रस्त थे पहले उनको लखनऊ के वेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था उसके बाद 9 जनवरी को संजय गाँधी परा-स्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान के आईसीयू में भर्ती कराया गया था कल रविवार को मुनव्वर राणा की तबियत और ज़्यादा खराब हो गई थी जिसके कारण उनको दिल्ली के एम्स अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही थी लेकिन उससे पहले ही रात 11 बजे मुनव्वर राणा को दिल का दौरा पड़ा और लखनऊ के अस्पताल में उन्होंने अंतिम साँस ली। मुनव्वर राणा के परिवार में पत्नि, 4 पुत्री एवं 1 पुत्र है।

शायर मुनव्वर राणा उर्दू भाषा के प्रख्यात शायर रहे है उनके चाहने वाले भारत ही नही बल्कि दुनिया के हर कोने में बसे हुए है आसान शब्दो मे अपनी शायरी कहने वाले मुनव्वर राणा की शायरी को हर इंसान आसानी से समझ लेता था। मुनव्वर राणा का जन्म 26 नम्बवर 1952 में रायबरेली (उत्तर-प्रदेश) में हुआ था उनका बचपन और शिक्षा पश्चिन-बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुई। शायर मुनव्वर राणा अपनी माँ से बहुत प्रेम करते थे कई बार शायरी में माँ के प्रेम को बहुत ही शिद्दत और गहराई के साथ प्रकट करते थे जिससे सुनने वाले भी वाह-वाह कह उठते थे।

शायर मुनव्वर राणा को यूं तो कई पुरस्कार मिले है और भारत सरकार ने उनके कलाम शाहदाबा के लिए 2014 में साहित्य-अकादमी पुरस्कार दिया था 2015 में मुनव्वर राणा ने साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाते हुए कहा था की अब में भविष्य में किसी भी सरकारी पुरस्कार को स्वीकार नही करूंगा इसका में वचन देता हूँ इस बयान के बाद मीडिया और सोशल-मीडिया में मुनव्वर राणा को लोगो की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।

शायर मुनव्वर राणा को अब तक मिले पुरस्कार… साहित्य-अकादमी पुरस्कार, 2014-नई दिल्ली, अमीर खुसरो पुरस्कार, 2006-इटावा, मीर तकी मीर पुरस्कार, 2005, कविता का कबीर सम्मान उपाधि, 2006-इंदौर, शहूद आलम आफकुई पुरस्कार, 2005-कोलकाता, गालिब पुरस्कार, 2005-उदयपुर, डॉ. ज़ाकिर हुसैन पुरस्कार, 2005-नई दिल्ली, सरस्वती समाज पुरस्कार, 2004, अदब पुरस्कार, 2004, मौलाना अब्दुर-रज्ज़ाक मलीहाबादी पुरस्कार 2001-पश्चिन-बंगाल उर्दू-अकादमी, सलीम जाफ़री पुरस्कार 1997, दिलकुश पुरस्कार 1995, रईस अमरोही पुरस्कार 1993 रायबरेली, भारती परिषद पुरस्कार इलाहाबाद, हुमांयू कबीर पुरस्कार कोलकाता,  बज़्मे-सुखन पुरस्कार भुसावल, इलाहाबाद प्रेस-क्लब पुरस्कार प्रयागराज, हज़रत अलमास शाह पुरस्कार, मौलाना अबुल हसन नदवी पुरस्कार, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान पुरस्कार, कबीर-सम्मान आदि पुरस्कारों की फेहरिस्त है जो मुनव्वर राणा को उनकी क़ाबलियत और उर्दू-अदब में उनके योगदान को देखते हुए दिए गए थे।

best news portal development company in india

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *