इक़बाल खत्री
खरगोन। मोतियाबिंद से पीड़ित मरीजों की आंखों का ऑपरेशन कर उन्हें फिर से नई नेत्र ज्योति प्रदान करने के लिए नेत्र शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। मोतियाबिंद के मरीजों को चिन्हित करने के लिए जिले के विभिन्न स्थानों पर शिविरों का आयोजन हो रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने 05 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से खण्ड चिकित्सा अधिकारी, जनपद पंचायत के सीईओ एवं बाल विकास परियोजना अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें मोतियाबिंद ऑपरेशन के लक्ष्य पूर्ति के लिए दिशा-निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएस सिसोदिया एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती भारती आवास्या उपस्थित थी।
बैठक में बताया गया कि 06 फरवरी को भीकनगांव विकासखण्ड के अंदड़ एवं कसरावद विकासखण्ड के बालसमुद में नेत्र शिविर का आयोजन किया जा रहा है। अंदड़ शिविर में 185 एवं बालसमुद शिविर में 150 मोतियाबिंद के मरीजों का ऑपरेशन के लिए चिन्हांकन का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्टर सुश्री मित्तल ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिविर स्थल के समीपवर्ती ग्रामों के मोतियाबिंद के संभावित मरीजों एवं नेत्र रोगियों को इन शिविरों में अनिवार्य रूप से लेकर आये। इसके साथ ही पेंशन योजनाओं के 60 वर्ष से अधिक आयु के हितग्राहियों से भी संपर्क करें और उनकी आंखों में कुछ समस्या हो तो उन्हें भी इन शिविरों में लेकर आये। शिविरों में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए चिन्हित मरीजों को जिला चिकित्सालय खरगोन एवं इंदौर के अस्पताल में भिजवाने के लिए वाहन की उचित व्यवस्था भी करें।
कलेक्टर सुश्री मित्तल ने बीएमओ, जनपद सीईओ एवं बाल विकास परियोजना अधिकारियों को आपस में समन्वय बनाकर नेत्र शिविरों में अधिक से अधिक मोतियाबिंद के मरीजों को लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन शिविरों में मोतियाबिंद के मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन होगा और इसका अधिक से अधिक मरीजों को लाभ मिलना चाहिए।
07 फरवरी को बड़वाह विकासखण्ड के बलवाड़ा, भगवानपुरा विकासखण्ड के पिपलझोपा, गोगांवा विकासखण्ड के नागझिरी, झिरन्या विकासखण्ड के रतनपुर-2 में लगने वाले नेत्र शिविर के लिए सभी तैयारी करने के निर्देश दिए गए। रतनपुर-2 में बडे स्तर पर नेत्र शिविर लगना है और इसमें 396 मोतियाबिंद के मरीजों को चिन्हित कर अरबिंदों अस्पताल इंदौर में ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया है। इसी प्रकार 10 फरवरी को बड़वाह विकासखण्ड के बागोद, गोगांवा विकासखण्ड के बिस्टान, खरगोन विकासखण्ड के ऊन, महेश्वर विकासखण्ड के बडदिया, सेगांवा विकासखण्ड के केली एवं 28 फरवरी को झिरन्या विकाखण्ड के शिवना में नेत्र शिविर लगाकर मोतियाबिंद के मरीजों को ऑपरेशन के लिए चिन्हित करना है।
उल्लेखनीय है कि बढ़ती आयु और आंखों में जाला आ जाने के कारण आंखों में मोतियाबिंद हो जाता है। इसके कारण आंखों से धुंधला दिखाई देता है या बहुत कम दिखाई देता है। ऑपरेशन ही इसका एकमात्र उपचार होता है। वर्तमान समय में आधुनिक उपकरणों से बहुत कम समय में ऑपरेशन कर आंखों के लेंस पर जमे जाले को साफ कर दिया जाता है। ऑपरेशन के बाद आंखों से पहले की तरह साफ दिखाई देने लगता है और मरीज को एक तरह से नई नेत्र ज्योति मिल जाती है।