इक़बाल खत्री
ना बाउंड्रीवाल, नाही रात्रि में गार्ड , नाही सीसीटीवी कैमरे और नाही तहसील कार्यालय पहुंच मार्ग बना पक्का ।
खरगोन। जिला मुख्यालय से 17 किमो दूर गोगावां तहसील कार्यालय जो प्रशासनिक रीढ़ होती है। उसकी दुर्दशा पर किसी का भी ध्यान नहीं। जहां तहसील कार्यालय है वहा उसकी बाउंड्रीवाल ही नहीं ,वही दूसरी बात रात्रि समय सुरक्षा गार्ड भी नजर नहीं आते ? इसी के साथ तहसील कार्यालय पहुंच मुख्य मार्ग भी कच्चा है।जिसमें कर्मचारियों के साथ आम जनता को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है।
रात्रि समय परिसर में असामाजिक तत्वों को देखा जा सकता है ।
तहसील कार्यालय की बाउंड्रीवाल नहीं होने से यह स्थान पूरी तरह खुला पड़ा रहता है। रात्रि में कोई सुरक्षा गार्ड या चौकीदार मौजूद नहीं रहता, जबकि तहसील कार्यालय में स्थाई सरकारी दस्तावेजों, संपत्तियों और प्रशासनिक उपकरणों की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाती है। रात्रि में परिसर में असामाजिक तत्वों को घूमते देखा जा सकता है। ऐसे में किसी अप्रिय घटना होने से इनकार भी नहीं किया जा सकता।
जब तहसील कार्यालय की यह स्थिति है तो आमजन की समस्याओं का समाधान कैसे होगा?
तहसील कार्यालय पहुंच मार्ग कच्चा, बरसात में होती हे अधिक परेशानी।
सिर्फ सुरक्षा नहीं तहसील कार्यालय तक पहुंचने वाला मार्ग कच्चा है। जिसमें बरसात के मौसम में कीचड़ और जलभराव की समस्या बनी रहती है। इसमें विशेषकर
बुजुर्ग, महिलाएं एवं दिव्यागजनों को कार्यालय तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है।यह स्थिति प्रशासन की विकास योजनाओं पर भी सवाल उठाती है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह केवल प्रस्ताव और फाइलों तक सीमित दिखाई दे रहा है। तहसील कार्यालय में सफाई कर्मी नहीं होने के कारण सुविधाघर भी गंदा पड़ा है। इसमें महिला सुविधाघर अलग से नहीं है।
एक और डिजिटल इंडिया और सुशासन की बात की जाती है वहीं दूसरी और तहसील कार्यालय जैसे संवेदनशील में अभी तक सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगाएं गए है। संस्था की यह हालत चिंता जनक है।इस पर यह आवश्यक है कि प्रशासन तत्काल संज्ञान ले और सुरक्षा, सुविधा और कार्यालय पहुंच मार्ग मामले में ठोस कदम उठाएं।
तहसील कार्यालय की मुख्य समस्याएं
तहसील कार्यालय के आसपास बाउंड्रीवाल नहीं, रात्रि कालीन में सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं, जिससे दस्तावेजों और संपत्ति की सुरक्षा पर खतरा बना रहता है। और नाही कार्यालय के अंदर बाहर लगे है सीसीटीवी कैमरे है।
तहसील कार्यालय पहुंच मार्ग अभी तक कच्चा है । बरसात में कीचड़ और जल भराव से आमजन होते है परेशान। इसके अतिरिक्त बरसात में तहसील कार्यालय के अधिकांश कमरों में छत से टपकता है पानी। छत की स्वच्छता कैसे हो जाने का रास्ता ही नहीं। ऐसी बहुत सी समस्या है जिसपर ध्यान आकर्षित करने की आवश्यकता है।