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2 हजार वर्ष प्राचीन श्री लक्ष्मणी तीर्थ के जिर्णोद्धार के बाद भव्यातिभव्य जिनालय का महामंगलकारी प्रतिष्ठा महोत्सव 26 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित होगा

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परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद विजय जयानंदसूरीश्वर जी म.सा. एवं पूज्य आचार्य देवेश श्रीमद विजय दिव्यानंदसुरीश्वर जी महाराज साहब आदि श्रमणवृंद एवं श्रमणीवृंद की निश्रा में होंगे विभिन्न कार्यक्रम

बिलाल खत्री

            आलीराजपुर नगर से आठ किमी की दूरी पर स्थित जैन समाज के विश्वप्रसिद्ध श्री लक्ष्मणी तीर्थ के जिर्णोद्धार के बाद भव्यातिभव्य जिनालय का महामंगलकारी प्रतिष्ठा महोत्सव 26 फरवरी से 3 मार्च तक परम पूज्य आचार्य देवेश श्रीमद विजय जयानंदसूरीश्वर जी म.सा. एवं पूज्य आचार्य देवेश श्रीमद विजय दिव्यानंदसुरीश्वर जी महाराज साहब आदि श्रमणवृंद एवं श्रमणीवृंद की निश्रा में आयोजित होगा। गौरतलब है कि पिछले तीन वर्षो से जिनमंदिर जीर्णोद्धार का कार्य  पद्मप्रभ कल्याणजी जैन श्वेतांबर पब्लिक चेरीटेबल ट्रस्ट एवं  राजेन्द्र जयानंद सम्यग योग ट्रस्ट मुंबई के तत्वाधान में तीर्थ का सौंदर्यीकरण व संपूर्ण तीर्थ विकास कार्य किया गया है। इस भव्य-दिव्य जिनालय की प्रतिष्ठा 2 मार्च को सम्पन्न होगी। जिसमें  पद्मप्रभ स्वामी भगवान सहित अन्य जिनबिम्बों की प्रतिष्ठा होगी।


26 फरवरी को ये कार्यक्रम होंगे आयोजित

         लक्ष्मणी तीर्थ में 26 फरवरी को सुबह 8 बजे परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्रीमद् जयानंदसूरीश्वरजी मसा आदि श्रमण-श्रमीणवृंद का भव्य प्रवेश, इसके पश्चात श्री राजेन्द्रसूरि क्रिया मंडप एवं श्री भरत चक्रवर्ती भोजन मंडप का उद्घाटन, कुंभ स्थापना, अंखड दीपक स्थापन, ज्वारारोपण, श्री पार्श्वनाथ पंचकल्याणक पूजा, नयरम्य अंगरचना एवं संध्या भक्ति भावना

27 फरवरी को ये कार्यक्रम होंगे आयोजित

            प्रात: शुभ बेला में श्री नवग्रह पाटला पूजन, श्री दश दिक्पाल पूजन, श्री अष्टमंगल पाटला पूजन, आदिनाथ पंच कल्याणक पूजा, परमात्मा की सुंदर आंगी, संध्या भक्ति साधना

28 फरवरी को ये कार्यक्रम होंगे आयोजित

        सुबह सभी जिनबिम्बों के भव्यातिभव्य अठारह अभिषेक विधान, सुबह नवकारसी, दोपहर एवं शाम स्वामी वात्सल्य, परमात्मा की नवरम्य आंगी, संध्या भक्ति भावना

1 मार्च को ये कार्यक्रम होंगे आयोजित

        सुबह सभी जिनबिम्बों के भव्यातिभव्य अठारह अभिषेक विधान,  सुबह नवकारसी, दोपहर एवं शाम को स्वामी वात्सल्य, सायं परमात्मा की नयनरम्य आंगी, संध्या भक्ति भावना

2 मार्च को होगी महामंगलकारी प्रतिष्ठा

        प्रात: शुभ बेला में, शुभ लग्न में शुभ नवमांसे, सभी जिनबिंब, गुरूमूर्ति, देवी-देवता की पावनकारी प्रतिष्ठा, कंकुथापा, नवरतन शाही करबा, महाप्रभाविक संघोन्नतिकारक वृहद अष्टोत्तरी  शांतिस्नात्र महापूजन, सकल श्री संघ की पूरे दिन की बडी नवकारसी, सायं परमात्मा की भव्य आंगी, संध्या भक्ति भावना आदि। 

3 मार्च को द्वारोद्घाटन

        वहीं 3 मार्च को श्री लक्ष्मणी महातीर्थ में प्रतिष्ठा महोत्सव का अंतिम दिन, प्रतिष्ठापित प्रभुमिलन का प्रथम दिन द्वारोद्घाटन, सत्तरभेदी पूजा, नवकारी एवं स्वामीवात्सल्य होगा।  समाजजन जुटे तैयारियो में

 लक्ष्मणी तीर्थ में कार्यक्रम को लेकर हीं अलीराजपुर जैन श्री संघ सहित दोनों ट्रस्ट के पदाधिकारीगण उत्साह के साथ तैयारियों में जुटे 

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