जिला ब्यूरो इक़बाल खत्री

पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ICJS प्रणाली व CCTNS के सफल क्रियान्वयन हेतु अति. पुलिस अधीक्षक खरगोन के द्वारा आयोजित की गयी समन्वय बैठक, इस बैठक में अनुभाग मंडलेश्वर के चिकित्सा विभाग से अधिकारी, अभियोजन विभाग से अधिकारी, एसडीओपी मंडलेश्वर व अनुभाग के थाना प्रभारी व चौकी प्रभारी रहे उपस्थित l

  • पुलिस मुख्यालय भोपाल के द्वारा किया गया है जिले का चयन।

खरगोन । जिले में Inter-Operable Criminal Justice System (ICJS) को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए आज पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा के निर्देशन में एक उच्च स्तरीय समन्वय बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में अभियोजन विभाग (Prosecution) तथा तकनीकी शाखा (CCTNS, E-Prosecution, MedLeaPR) के अधिकारियों ने भाग लिया ।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पुलिस, न्यायालय, अभियोजन, चिकित्सा, फॉरेंसिक और जेल विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर ICJS के माध्यम से एकीकृत डिजिटल सूचना साझा करना है । इसके अंतर्गत केस से जुड़ी सभी जानकारियाँ रीयल टाइम में संबंधित विभागों के साथ साझा की जा सकती हैं, जिससे न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता और तीव्रता आती है ।

आज आयोजित बैठक मुख्यत: निम्न बिन्दुओ पर केन्द्रित रही, जिसपर प्रभावशील कार्य कर जिले में लागू किया जा सकता है।

  1. ICJS के 5 स्तंभों के बीच डेटा इंटर ऑपरेबिलिटी को लागू करने की रणनीति।
  2. CCTNS के माध्यम से एफआईआर, केस डायरी एवं जांच प्रक्रिया को ICJS से जोड़ना।
  3. E-Prosecution पोर्टल के माध्यम से अभियोजन अधिकारियों द्वारा डिजिटल रूप में स्क्रूटनी हेतु केस डायरी भेजना व विधिक अभिमत प्राप्त करना।
  4. CIS के माध्यम से न्यायालयों द्वारा E-Samans डिजिटल रूप से प्राप्त समंस/वारंटो की शत प्रतिशत तमिली करवाना।
  5. E-Sakshya मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से अपराधिक प्रकरणों में फोटोग्राफी एवं विडियोग्राफी करना, E-Vivechna के माध्यम से पंजीबद्ध अपराधिक प्रकरणों की विवेचना करना ।
  6. MedLeaPR प्रणाली के अंतर्गत मेडिकल रिपोर्ट एवं परीक्षणों को भी CCTNS से जोड़कर अभियोजन और न्यायालय को समय पर उपलब्ध कराना ।
  7. प्रत्येक थाने, अभियोजन कार्यालय व अस्पतालों को तकनीकी रूप से सुसज्जित करने की योजना – स्कैनर, कंप्यूटर, इंटरनेट कनेक्टिविटी आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
  8. सभी संबंधित अधिकारियों को ICJS पोर्टल संचालन, डेटा अपलोडिंग और रिपोर्ट जनरेशन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय।

बैठक में अति. पुलिस अधीक्षक श्रीमती शकुन्तला रूहल ने कहा कि “ICJS एक क्रांतिकारी प्रणाली है, जो न केवल अपराध नियंत्रण में सहायक होगी, बल्कि पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगी ।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस परियोजना के प्रत्येक चरण में पारदर्शिता, सक्रिय सहभागिता एवं समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए ।
बैठक में एसडीओपी मण्डलेश्वर श्रीमती श्वेता शुक्ला, अभियोजन विभाग के अधिकारी, चिकित्सा विभाग के अधिकारी एवं व मंडलेश्वर अनुभाग के थाना प्रभारी, जिला CCTNS टीम, पुलिस अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे ।