
जिला ब्यूरो इक़बाल खत्री
खरगोन। कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल की अध्यक्षता में खरगोन नाबार्ड की विभिन्न परियोजनाओं और हस्तक्षेपों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। एजीएम नाबार्ड विजेंद्र पाटिल ने खरगोन में नाबार्ड की परियोजनाओं पर एक प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि नाबार्ड ने बिस्टान लिफ्ट सिंचाई, नागलवाड़ी लिफ्ट सिंचाई,भीकनगांव,बिंजलवाड़ा लिफ्ट सिंचाई और चल रही निमरानी पेयजल परियोजना सहित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए 18,18 करोड़ रुपये का वित्त पोषण किया है। डीडीएम नाबार्ड ने निमरानी पेयजल परियोजना की धीमी प्रगति को विशेष रूप से मार्च 2026 में इसके चरणबद्ध रूप से समाप्त होने के मद्देनजर उजागर किया। जीएम एमपीजेएनएम ने परियोजना की घटकवार प्रगति का संकेत दिया।
कलेक्टर ने एजेंसी को समयसीमा को पूरा करने के लिए परियोजना को पूरा करने में तेजी लाने के निर्देश दिए। डीडीएम ने बताया कि नाबार्ड पैक्स कम्प्यूटरीकरण के लिए राष्ट्रीय स्तर की कार्यान्वयन एजेंसी है। खरगोन में पैक्स कम्प्यूटरीकरण की दिशा में अच्छी प्रगति हो रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पूरी प्रक्रिया को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। डीसीसीबी खरगोन ने बताया कि 128 पैक्स में से 12 पैक्स “केवल ई-पैक्स“ चरण में हैं।
कलेक्टर ने डीसीसीबी को सितंबर 2025 तक सभी 128 पैक्स को “केवल ई-पैक्स“ में परिवर्तित करने का निर्देश दिया। डीडीएम ने पैक्स के लिए एग्री ड्रोन, एलईडीपी मसाला प्रसंस्करण इकाई, सिरवेल वाड़ी परियोजना आदि नाबार्ड की विकासात्मक पहलों के बारे में प्रस्तुति दी। कलेक्टर सुश्री मित्तल ने विभागों को जिले के प्रत्येक ब्लॉक में एग्री ड्रोन पहल को बढ़ाने के निर्देश दिए। सीईओ एनएम सद्गुरु ने आदिवासी किसानों के लाभ के लिए भगवानपुरा ब्लॉक के सिरवेल में नाबार्ड वाड़ी परियोजना के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी।
कलेक्टर सुश्री मित्तल ने सभी विभागों को खरगोन के सुदूर इलाकों में स्थित वाड़ी परियोजना क्षेत्र में अभिसरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि क्लस्टर का व्यापक विकास किया जा सके। बैठक में एलडीएम सुमेर सिंह सोलंकी, जीएम एमपीजेएनएम दीपक पचोलिया, सहायक आयुक्त ट्राइबल इकबाल आदिल, डीडीए शिव सिंह राजपूत, डीडीएच केके गिरवाल, जीएम डीआईसी धनंजय शुक्ला, सीईओ एनएम सद्गुरु एजेंसी राधेश्याम यादव एवं डीसीसीबी, डीआरसीएस और अन्य उपस्थित थे।