नासा मंगल ग्रह पर अपना यान क्रैश करेगा। एक विशेष तकनीक की मदद से क्रैश होने के बाद इसमें लगे उपकरण वहीं गिर जाएंगे, ताकि अन्य जानकारियां इकट्ठी की जा सकें।