संजय कश्यप के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड के लोगों को अच्छी किताबों की कमी का सामना करना पड़ा था। उस दौरान संजय कश्यप ने किताबों की कमी के कारण अपने क्षेत्र के बच्चों का भविष्य अंधकारमय नहीं होने देने का फैसला किया।