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सभी त्यौहार सामाजिक सद्भाव, भाईचारे एवं सौहार्द के साथ मनाये जायेंगें |
जिला ब्यूरो इक़बाल खत्री
खरगोन। आगामी दिनों में आने वाले ईद-उल-अजहा, मोहर्रम, गुरूपूर्णिमा, सावन मास की कावड़ यात्रा एवं अन्य त्यौहारों को दृष्टिगत रखते हुए 05 जून को कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल की अध्यक्षता में जिला शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में तय किया गया कि जिले में पूर्व की तरह सभी त्यौहार सामाजिक सद्भाव, आपसी भाईचारे एवं सौहार्द के साथ मनाये जायेंगें और इस त्यौहारों के दौरान शांति, सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने में सभी धर्मों एवं समाज के लोगों द्वारा जिला प्रशासन के साथ हर संभव मदद की जायेगी। बैठक में पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती छाया जोशी, अपर कलेक्टर श्रीमती रेखा राठौर, एसडीएम बीएस कलेश, शांति समिति के सदस्य एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर सुश्री मित्तल ने बैठक में शांति समिति के सदस्यों से कहा कि आगामी दिनों में आने वाले सभी धर्मों के त्यौहार एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए, सामाजिक सद्भाव के साथ मनाये जायें। जिले में कहीं पर भी विवाद आदि की स्थिति निर्मित नहीं होना चाहिए। त्यौहारों के दौरान शांति, सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन मुस्तैदी से कार्य करेगा।
पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने बैठक में मुस्लिम भाईयों को ईद-उल-अजहा की शुभकामनायें देते हुए कहा कि जिला स्तरीय शांति समिति के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी है कि इस बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी नीचे स्तर तक एवं गांव कस्बों तक पहुंचायें। कहीं पर भी त्यौहारों के दौरान विवाद आदि न होने दें। विवाद की स्थिति होने पर प्रशासन को बतायें और कानून हाथ में लेने का प्रयास न करें। मुस्लिम समाज के लोग इस बाद का ध्यान रखें कि ईद-उल-अजहा के त्यौहार में कुर्बानी के फोटो एवं वीडियो वायरल न करें और सोशल मीडिया में कतई पोस्ट न करें। इससे अन्य लोगों की भावनायें आहत होती हैं। यदि कोई व्यक्ति ऐसा करते पाया जायेगा तो उसके विरूद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। सोशल मीडिया में धार्मिक भावनायें भड़काने वाले एवं आपत्तिजनक पोस्ट न किये जाये। पुलिस का सायबर सेल सोशल मीडिया पर 24 घंटे निगरानी रख रहा है। ईद-उल-अजहा की नमाज के बाद यातायात नियमों का पालन करें। मोटर साईकिल पर अधिक लोग न बैठें। ईद-उल-अजहा के त्यौहार में कुर्बानी के बाद पशु अवशेषों का उचित रूप से निस्तारण करें और इस बात का ध्यान रखें कि अवशेष खुले में या सड़क किनारे न फेंके। इससे विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है। मोहर्रम का जुलूस शहर एवं अन्य स्थानों पर निर्धारित मार्ग से ही निकाला जाये। मोहर्रम के जुलूस में डीजे बजाने पर प्रतिबंध रहेगा।
बैठक में बताया गया कि ईद-उल-अजहा के त्यौहार में साफ-सफाई एवं कुर्बानी के पश्चात बचे अवशेषों के निस्तारण के लिए नगर पालिका द्वारा मुस्लिम बहुल वार्डों में पर्याप्त व्यवस्थायें की जा रही है। कुर्बानी के पश्चात अवशेष उठाने एवं सफाई के लिए कचरा वाहन एवं पानी के टैंकर तैनात रहेंगें। ईदगाह के पास वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था करने के साथ ही ईदगाह तक पहुंचने के मार्ग भी ठीक कराये जा रहे हैं। बैठक में मुस्लिम धर्म के सदस्यों ने कहा कि ईद-उल-अजहा के त्यौहार में कुर्बानी के बाद बचे अवशेषों के निस्तारण में वे स्वयं भी मदद करेंगें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखेंगें। इसके लिए उनके वालिंटियर्स वार्ड में तैनात रखेंगें।