खरगोन जिला ब्यूरो इक़बाल खत्री
मानसिक स्वास्थ्य, पॉक्सो एक्ट एवं मूल अधिकारों पर जागरूकता विषय पर हुई कार्यशाला
खरगोन । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंडलेश्वर एवं जन साहस संस्था खरगोन द्वारा संयुक्त रूप से सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य, कार्यस्थल पर लैंगिक अपराधों की रोकथाम, पॉक्सो एक्ट एवं संवैधानिक मूल अधिकारों पर जागरूकता विषयक कार्यशाला का आयोजन जिला न्यायालय के ए.डी.आर. सेंटर में किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ सचिव एवं वरिष्ठ खंड न्यायाधीश प्रीति जैन ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया। अध्यक्षता जिला विधिक सहायता अधिकारी चंद्रेश मंडलोई ने की। विशेष अतिथियों में जन साहस की सचिव कांति खोडे एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धीरेन्द्र सोनी शामिल थे। जन साहस की मोनू निंबालकर ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। संचालन संगीता मंडलोई ने किया।
मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनाने के लिए बताए टिप्स
कार्यशाला में सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य पर प्रोफेशनल काउंसलर शिव चरण ने ग्राफिक्स के माध्यम से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जैसे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम करना ज़रूरी है वैसे ही मन को स्वस्थ रखने के भी उपाय करने चाहिए। जन साहस की लीगल एडवाइजर मुमुक्षा जोशी ने कार्यस्थल पर लैंगिक अपराधों की रोकथाम विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि जिस संस्था में 10 लोग कार्यरत हों, वहां आंतरिक समिति का गठन किया जाना आवश्यक होता है।
पॉक्सो एक्ट पर न्यायाधीश ने दी जानकारी
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में वरिष्ठ खंड न्यायाधीश प्रीति जैन ने पॉक्सो एक्ट पर जानकारी देते हुए बताया कि इस एक्ट में यह व्यवस्था है कि पीड़ित बालिका की रिपोर्ट महिला पुलिस अधिकारी द्वारा ही दर्ज की जाती है तथा यथासंभव कोर्ट में भी महिला जज द्वारा ही सुनवाई की जाए। पीड़ित बालिका का नाम और पता उजागर नहीं किया जाता है।