धारब्यूरो चीफ इकबाल खत्री
कलारिपयट्टू मार्शल आर्ट की राष्ट्रीय स्तर की मेडलिस्ट खिलाड़ी सुश्री सुहानी ग्वाल को आगामी प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु रेडक्रॉस सोसायटी से ₹25 हज़ार की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। यह सहायता कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा द्वारा प्रदान की गई, जो सोमवार को उनके समक्ष सुहानी द्वारा आर्थिक संकट के चलते की गई अपील के बाद स्वीकृत की गई।सुहानी ग्वाल ग्राम नालछा, जिला धार निवासी हैं और खेलो इंडिया, इंडियन ओलंपिक व नेशनल गेम्स जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त कर चुकी हैं। उनका चयन हाल ही में केरल के तिरुवनंतपुरम में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हुआ है, जिसके लिए उन्हें 27 मई 2025 को प्रस्थान करना है।
आर्थिक रूप से कमजोर पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण सुहानी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवश्यक यात्रा, आवास व भोजन व्यय जुटाने में असमर्थ थीं। उनकी इस स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए रेडक्रॉस सोसायटी से सहायता मंजूर की गई।कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा ने सुहानी को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जिले की प्रतिभाएं राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रही हैं, और प्रशासन सदैव उनके सहयोग के लिए तत्पर रहेगा।
वर्षा पूर्व तैयारी को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक, सभी विभागों को दिए आवश्यक निर्देश
धार 26 मई 25/वर्षा ऋतु के पूर्व संभावित बाढ़ से निपटने हेतु कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में जिले के समस्त संबंधित विभागों की बैठक आज कलेक्टर कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में सभी विभागों को आवश्यक तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट श्री आरपी मीना ने बताया कि कलेक्टर ने आपदा प्रबंधन को लेकर कलेक्टर कार्यालय सहित सभी अनुविभागीय राजस्व कार्यालयों में आपदा कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने होमगार्ड कार्यालय में उपलब्ध संसाधनों की समय-समय पर जांच करने पर भी जोर दिया, ताकि आपात स्थिति में वे पूरी तरह क्रियाशील रहें।बाढ़ की स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु बनाए रखने के लिए कलेक्टर ने सभी अस्पतालों में आवश्यक दवाइयों का स्टॉक रखने के निर्देश दिए। साथ ही जल संसाधन विभाग को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु तैयारी रखने को कहा। पशु चिकित्सा विभाग को भी पशुओं के इलाज हेतु आवश्यक दवाइयां उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए।इसके अतिरिक्त, संभावित शरण स्थलों की पहचान कर उन्हें चिन्हित करने के लिए सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया, जिससे आपदा की स्थिति में राहत कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किए जा सकें।बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे और वर्षा ऋतु को लेकर किए जा रहे तैयारियों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।