मतदान के बाद राजनीतिक दलों की निगाहें बुधवार को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं। वोटिंग प्रतिशत कम होने की वजह से कोई भी दल जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं है।