बहादुरी और संस्कृति से गौरवांवित करने वाले जनजाति के वीर सपूतों के मुख्यमंत्री ने लगाए जयकारे
244.51 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन मंच से हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित
बिलाल खत्री
आलीराजपुर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अंग्रेजों के अत्याचार एवं शोषण के विरुद्ध बगावत कर जल–जंगल–जमीन की रक्षा के लिए जीवन समर्पित करने वाले धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को अमर शहीद छी़तु किराड़ की धरती पर मनाना सौभाग्य का अवसर है। बिरसा मुंडा, छितु किराड़, खाज्या नायक, भीमा नायक जैसे कई स्थानीय नायकों ने अपनी बहादुरी से हमें गौरवांवित किया है। साथ ही जनजातीय संस्कृति भी देश के लिए विशेष योगदान है। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आलीराजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में कही। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन जनजातीय भाई-बहनों के लिए दीपावली और दशहरा जैसे पर्वों से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने मात्र 25 वर्ष की आयु में अंग्रेजी शासन के अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने गौमाता की रक्षा का संकल्प लिया और समाज में आध्यात्मिक भाव से देशभक्ति एवं एकता का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने स्थानीय जननायक शहीद छी़तु किराड़ को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने कृषि एवं वनोपज पर लगाए गए अत्याचारी करों के विरोध में जनआंदोलन का नेतृत्व किया तथा अकाल एवं भुखमरी के दौरान जरूरतमंद जनजातीय परिवारों तक शासन के गोदामों से अनाज पहुँचाकर मानवता का मिसाल पेश किया। साथ ही उन्होंने अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के योगदान को भी नमन किया, जिन्होंने ‘‘आजाद था, आजाद हूं और आजाद ही रहूंगा’’ के संकल्प से देश के युवाओं को प्रेरित किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अतीत को भुलाने के बजाय उससे सीख लेकर आगे बढ़ना आवश्यक है। जनजातीय समाज ने कठिन संघर्षों के बाद अपने अधिकार प्राप्त किए हैं और प्रदेश सरकार उनके विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए अनेक कल्याणकारी प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने लाड़ली बहनों से किए गए वादे को पूरा करते हुए 1500 रुपये की सहायता राशि इसी माह से प्रदान करना प्रारंभ किया है। किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से निरंतर सहायता दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि नर्मदा नदी से सिंचाई सुविधा मिलने से जिले के 170 गाँव लाभान्वित होंगे और हीरा तराशने के उद्योग के स्थापित होने से क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।
244.51 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण
जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कर-कमलों से 244.51 करोड़ रुपये की लागत के 156 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया गया। इनमें 194.78 करोड़ रुपये लागत के 105 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 49.73 करोड़ रुपये लागत के 51 विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। मुख्यमंत्री ने जिले में उड़द एवं सोयाबीन फसलों में पीला मोजैक रोग से हुए नुकसान का परीक्षण कर किसानों को मुआवजा प्रदान किए जाने की भी घोषणा की।
मंच से हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को मंच से लाभान्वित किया गया। मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन की बीसी सखी सुप्रिया निवासी नरगांव सोंडवा को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। वे नाव चलाकर नदी पार करते हुए गाँव–गाँव पहुँचकर बैंकिंग लेन-देन की सुविधा उपलब्ध कराती हैं, जिससे गाँव के बुजुर्गों और ग्रामीणों को बैंक तक जाने की परेशानी से राहत मिलती है। इसी प्रकार जिले के 179 स्व-सहायता समूहों को कुल 3 करोड़ 80 लाख रुपये का ऋण वितरण किया गया, जिसका वितरण दुर्गा समूह की काली वास्केल और समाधान समूह की गीता अमर सिंह को किया गया । प्रधानमंत्री कुसुम योजना अंतर्गत नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में उत्कृष्ट योगदान के लिए चंद्रशेखर आजाद नगर की सुनयना डावर को 3 करोड़ 15 लाख रुपये के हितलाभ से सम्मानित किया गया।
प्रदर्शनी का अवलोकन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया और उनकी सराहना की। जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जनजातीय नायकों के बलिदान को दर्शाने वाली प्रदर्शनी प्रस्तुत की गई। महिला एवं बाल विकास विभाग ने पोषण आहार तथा मोटे अनाज के उपयोग को प्रोत्साहित करने वाली प्रदर्शनी लगाई। एम.पी. डे–राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने जनजातीय संस्कृति से जुड़े स्थानीय उत्पाद जैसे तुमड़ा, बोहणी, गलसन माला, तीर-कमान और रोज़गार आधारित सामग्री का आकर्षक प्रदर्शन किया। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग ने जोबट में निर्मित पंजादरी एवं ब्लॉक प्रिंट उत्पाद प्रदर्शित किए। आयुष विभाग की प्रदर्शनी में विभिन्न आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ शामिल थीं, जबकि कृषि एवं उद्यानिकी विभाग ने ग्रीन खाद तथा फूड प्रोसेसिंग यूनिट से संबंधित उत्पाद प्रदर्शित किए।
अनुसूचित जाति मंत्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आलीराजपुर जिला निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज की मांग पर नर्मदा नदी से सिंचाई सुविधा 170 गाँवों तक उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने जिले में निर्मित 50 हजार से अधिक कपिलधारा कुओं में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने की भी मांग रखी। प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आलीराजपुर आने को अपने लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया और युवाओं से आह्वान किया कि वे बिरसा मुंडा के जीवन से सीख लेकर समाजहित में नए संकल्पों के साथ कार्य करें।
इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर,सांसद अनीता चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष हजरी बाई खरत, संभाग आयुक्त इंदौर डॉ सुदाम खाडे , इंदौर आईजी अनुराग , जिला कलेक्टर नीतू माथुर , पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी मौजूद
रहे।






