best news portal development company in india

प्रधानमंत्री एवं मप्र मुख्यमंत्री के अपमान के मामले में कैबिनेट मंत्री नागरसिंह चौहान हुए सख्त

SHARE:

केंद्रीय गृह मंत्री सहित आंध्र एवं मप्र के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री धर्मस्व मंत्री सहित अन्य जिम्मेदारों को लेखा पत्र

संभाग ब्यूरो बिलाल खत्री

अलीराजपुर मध्यप्रदेश की महत्वपुर्ण शासकीय योजना मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत अलीराजपुर-झाबुआ सहित अन्य क्षेत्रो के वरिष्ठजन आन्द्रप्रदेश के प्रसिद्ध तिरूपति बालाजी मंदिर दर्शन हेतु गए थे। इस दौरान तिरूपति से तिरूमाला जाने के दौरान तिरूपति स्थित पर्वत श्रृखला प्रारंभ होने वाले स्थान पर बनी चैक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मीयो एवं अधिकारीयो द्वारा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के अपमान का मामला दिल्ली तक पहुंच गया। उक्त मामले में जानकारी मिलने के बाद मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री नागरसिंह चौहान ने सख्त रुख अपनाते हुए पुलिसकर्मियों के कृत्य की निंदा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पूरे मामले से अवगत करवाते हुए कार्यवाही हेतु पत्र भेजने के साथ मध्यप्रदेश और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित अन्य जवाबदारों को पत्र प्रेषित कर कार्यवाही की मांग की।

पत्र में कैबिनेट मंत्री चौहान ने बताया की मध्यप्रदेश शासन की महत्वकांशी योजना के तहत गए वरिष्ठजनो को यात्रा के दौरान रेलवे विभाग अर्थात् शासन द्वारा सभी यात्रियों को एक पहचानपत्र दिए गए थे, जिसमें देश के प्रधानमंत्री एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का फोटो प्रिंट था। जिसे वहा तैनान अधिकारीयो कर्मचारीयो ने यह कहते हुए निकलवा कर अपने पास चैक पोस्ट पर ही जमा कर लिए कि “यहा प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का फोटो नही चलता, यह जमा करोगे तो ही उपर तिरूमाला जा पाओगे”।

इस तरह शासकिय योजना होने के बावजुद एवं देश के प्रधानमंत्री एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का फोटोयुक्त पहचानपत्र ‘फोटो होने के कारण” छीन लेना बेहद निंदनिय शर्मसार एवं अशोभनिय कृत्य है।

“क्या उपयोग था इस पहचान पत्र का”

कैबिनेट मंत्री चौहान के विधायक प्रतिनिधि गोविंदा गुप्ता ने बताया कि यात्रा के दौरान उक्त पहचान पत्र यात्रीयो को सुविधा एवं पहचान की दृष्टी से दिए गए थे। उक्त पहचानपत्र पर यात्री की फोटो एवं जानकारी के साथ साथ यात्रा में उनके अंगरक्षक बने शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों के नाम एवं नंबर भी लिखे हुए थे। जिससे यदि कोई यात्री भटक जाए या गुम जाए तो यात्री भी एवं स्थानीय रहवासी अंगरक्षकों को सीधा संपर्क कर सके।

“एक बुजुर्ग भटका, पहचानपत्र के अभाव में आई काफी दिक्कत”

चेकपोस्ट पर पुलिसकर्मियों द्वारा पहचानपत्र छीन लिए जाने से यात्रियो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कैबिनेट मंत्री चौहान के विधायक प्रतिनिधि गोविंदा गुप्ता ने बताया कि आदिवासी बाहुल्य अलीराजपुर जिले के एक बुजुर्ग 30 अगस्त रात 1 बजे तिरूमाला में भीड में राह भटक गए, भाषाई दिक्कतों के चलते उन्हे कोई पहचान नही पाया, साथ ही शासन द्वारा दिए पहचान पत्र जो चेक पोस्ट पर छीन लिए गए, उसके अभाव में स्थानिय रहवासी भी भटके ग्रामीण को सहयोग नही कर पाए होगे।

जानकारी मिलने के बाद के कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान एवं सांसद अनिता नागर सिंह चौहान द्वारा हेल्पलाईन के माध्यम से कलेक्टर एसपी तिरूपती को पत्र भेज कर बुजुर्ग को ढूंढने के निर्देश दिए, वही कलेक्टर अलीराजपुर एवं जिला प्रशासन ने भी अपने स्तर से प्रयास किए जिसके चलते 1 सितम्बर दोपहर बाद गुम व्यक्ती मिल पाया।

“कैबिनेट मंत्री ने लिखा जवाबदारों को पत्र”

तिरुपति से तिरुमाला जाने के दौरान तिरुपति में आने वाली चैक पोस्ट पर तैनात पुलिस अधिकारीयो कर्मचारीयो का देश के प्रधानमंत्री एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का अपमान करने वाला उक्त कृत्य निंदनिय होकर कार्यवाही योग्य है। जिसपर कैबिनेट मंत्री चौहान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, आंध्रपदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, मप्र एवं आंध्र के धार्मिक एवं सामाजिक न्यास मंत्री, आंध्र के ग्रह मंत्री, सहित तिरुपति के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं अलीराजपुर कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर मामले को गंभीरता से लेकर जांच करवाने एवं दोषियों के खिलाफ कठोड कार्यवाही करने की मांग की, जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुर्नरावृत्ती ना हो।

best news portal development company in india

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *