दिल्ली में 41.6 डिग्री सेल्सियस के साथ शुक्रवार का दिन बीते 10 वर्षों में सबसे गर्म रहा है। साथ ही यह इस सीजन का सबसे अधिक पारा रहा है। इससे पहले 2012 में 37 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा था। भीषण गर्मी के बीच दिल्ली के अमूमन सभी मानक केंद्रों पर गंभीर स्तर की लू दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए गंभीर स्तर की लू चलने की संभावना जताई है। साथ ही लोगों से बेवजह धूप में निकलने से बचने की सलाह भी दी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से सात अधिक 41.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य के बराबर 19.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सुबह से ही सूरज के तेवर तल्ख रहे और दिनभर गर्म हवाओं की वजह से लोग गर्मी को लेकर परेशान रहे। घरों से बाहर निकले लोगों ने सूरज की तपिश से बचने के लिए पेय पदार्थों से लेकर छाव का सहारा लिया। शाम पांच बजे तक भी चिलचिलाती धूप की चुभन महसूस की गई। बीते 24 घंटे में हवा में नमी का स्तर 14 से 67 फीसदी रहा।
दिल्ली में भीषण स्तर की गर्मी बाहरी इलाकों में स्थित मानक केंद्रों पर दर्ज की जा रही है। इस कड़ी में स्पोर्ट्स कांप्लेक्स इलाका 43.9 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म इलाका दर्ज किया गया है। इसके बाद नजफगढ़ 43.3 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म रहा। इसके अलावा मुंगेशपुर में 43, गुरुग्राम में 43.3 व पालम में 42 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। मैदानी इलाकों में जब अधिकतम तापमान 40 व सामान्य से साढ़े चार डिग्री सेल्सियस होता है तब लू की घोषणा की होती है वहीं, तापमान 40 व सामान्य से साढ़े छह डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर गंभीर लू की घोषणा की जाती है।
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी कर अगले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 42 तक पहुंचने की संभावना जताई है। वहीं, न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए लोगों से बेवजह घर से न निकलने की सलाह दी है। यदि लोग घरों से निकल रहे हैं तो अपने साथ पानी की बोतल रखें व सिर ढककर निकलें। अधिक समय तक धूप में रहने की बचने की सलाह है। विभाग का पूर्वानुमान है कि 10 व 11 अप्रैल को पारा 40 के पार रहेगा लेकिन, 12 अप्रैल से आंशिक रूप से बादल छाए रहने की वजह से हल्की राहत मिल सकती है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही 40 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया था। इससे पहले बीते बुधवार को 39.6 डिग्री सेल्सियस सबसे अधिक पारा था।
धूर भरी हवाएं चलने के साथ दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार खराब श्रेणी में बनी हुई है। वायु गुणवत्ता की निगरानी करने वाली एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में भी हवा की सेहत में खास बदलाव की उम्मीद नहीं है।