राज्यसभा के 57 नवनिर्वाचित सदस्यों में से 23 करीब 40 फीसदी ने अपने चुनावी हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें से नौ सांसद भाजपा और चार कांग्रेस से हैं।