पाकिस्तान उच्च विदेशी ऋण, स्थानीय मुद्रा की कीमत में गिरावट और घटते विदेशी मुद्रा भंडार की समस्या से जूझ रहा है। पाकिस्तान को अप्रैल 2023 से जून 2026 तक 350 अरब अमेरिकी डॉलर की आधी राशि का भुगतान करने की आवश्यकता होगी।