इक़बाल खत्री
खरगोन। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस खरगोन में 04 फरवरी को प्रवेश द्वार के सम्मुख स्थापित स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा का अनावरण भव्य कार्यक्रम के साथ किया गया। प्राचार्य डॉ. शैल जोशी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने स्वागत भाषण में अतिथियों का परिचय कराते हुए संपूर्ण कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खरगोन विधायक बालकृष्ण पाटीदार ने अपने वक्तव्य में कहा कि मुख्य द्वार के सामने स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा लगने से विद्यार्थियों में उन्हें देखकर एक ऊर्जा, उत्साह और राष्ट्र प्रेम का भाव जागृत होगा। स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों पर चलकर निसंदेह भारत 21वीं सदी में संपूर्ण विश्व का नेतृत्व करेगा।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि क्रांति सूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. मोहन लाल कोरी ने अपने उद्बोधन में स्वामी विवेकानंद जी की शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विवेकानंद जी ने कहां था कि शिक्षा आत्म सम्मान को जागृत करने का सबसे बड़ा साधन है और इसके माध्यम से हम हमारे जीवन को आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग प्रशस्त कर सकते है। उन्हीं के आदर्शों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा में नैतिकता, संस्कृति और राष्ट्रीय प्रेम जैसे मूल्यों को सम्मिलित कर हम सामाजिक समरसता और राष्ट्र निर्माण का कार्य कर सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं जन भागीदारी समिति अध्यक्ष दीपक कानूनगो में अपने वक्तव्य में कहा कि युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानंद के जीवन वृत से शिक्षा ले हमारे युवा भारत की संस्कृति तथा ज्ञान परंपरा का प्रसार पूरी दुनिया में करेंगे। युवा संसाधन केंद्र प्रभारी प्रो. गगन पाटीदार ने अपने उद्बोधन में बताया कि रविंद्रनाथ टैगोर ने कहा था कि अगर भारत को जानना है तो विवेकानंद जी को पढ़िए। स्वामी विवेकानंद वेदांत के प्रकांड विद्वान एवं स्वप्नदृष्टा थे। विवेकानंद को वेद, उपनिषद, श्रीमद् भगवद्गीता गीता, पुराणों के साथ-साथ पश्चिमी शास्त्रों का भी विशेष ज्ञान था। अतिथियों का स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रंजीता पाटीदार तथा डॉ. महेश गुप्ता द्वारा किया गया तथा आभार डॉ. वंदना बर्वे द्वारा व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में जन भागीदारी समिति के सदस्य लक्ष्मण इंगले, अक्षय खेड़े, गजेंद्र भावसार, सचिन पाठक, कालू सिंह मंडलोई, सुश्री मीना कोचले, श्याम गुप्ता, श्रीमती शीतल राठौर, मुकेश बिडारे, श्रीमती माया खोड़े, अजय भावसार, महेश वर्मा, मनोज पाल, हिमांशु सिंह ठाकुर, शहर के अन्य गणमान्य नागरिक, महाविद्यालयीन स्टाफ तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।