अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों ने कई ट्रेन के डिब्बों को आग के हवाले कर दिया था और रेलवे की संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया। इसके चलते करीब चार सौ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था।