जिला ब्यूरो इक़बाल खत्री
अनुशासन, नेतृत्व और समर्पण के सफल कार्यकाल को दी विदाई
खरगोन। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस खरगोन की प्राचार्य डॉ. शैल जोशी ने एक प्रेरणास्पद, अनुशासित और विकासमूलक सेवा-यात्रा के पश्चात ससम्मान सेवानिवृत्ति प्राप्त की। महाविद्यालय के शैक्षणिक व प्रशासनिक इतिहास में उनका कार्यकाल एक उल्लेखनीय अध्याय के रूप में याद किया जाएगा।
डॉ. जोशी के कार्यकाल में ही कॉलेज को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस का दर्जा मिला। महाविद्यालय में जन भागीदारी समिति के सहयोग से विद्यार्थियों के हित में अनेक कार्य किए गए जिनमें एनसीसी छात्रों के प्रशिक्षण हेतु ऑब्स्टेकल निर्माण की सहमति दी गई। परिसर में स्वामी विवेकानंद और छात्रावास में चंद्रशेखर आज़ाद की प्रतिमाओं की स्थापना कर देशभक्ति की भावना को सशक्त किया गया, दस्तावेजों के सुव्यवस्थित संधारण के लिए रिकॉर्ड रूम की स्थापना तथा अतिथि विद्वानों को समान कार्य के लिए समान वेतन दिलाने जैसे निर्णय उनके दूरदर्शी प्रशासन की मिसाल हैं। स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ तथा युवा संसाधन प्रकोष्ठ के माध्यम से अनेक रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए गए। भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के माध्यम से विद्यार्थियों में अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया। 25 वर्षों बाद भव्य वार्षिक खेलकूद उत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें 9 खेलों की 60 टीमों के लगभग 300 खिलाड़ियों ने भाग लिया। सत्र में पहली बार 32 खिलाड़ियों ने राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है। महाविद्यालय में बस सेवा तथा विद्यावान भी प्रारम्भ किए गए।
विदाई समारोह में कई वरिष्ठ शिक्षाविदों व प्राध्यापकों ने भाग लिया और डॉ. जोशी को भावभीनी शुभकामनाएं दीं। सभी वक्ताओं ने उनके योगदान, अनुशासन और नेतृत्व की मुक्तकंठ से सराहना की। इस दौरान जनभागीदारी समिति अध्यक्ष दीपक कानूनगो ने कहा कि डॉ. जोशी ने संस्था को नई पहचान दिलाई। उनका नेतृत्व न केवल विकासोन्मुख था, बल्कि समावेशी भी था, जिसमें सभी की भागीदारी सुनिश्चित की गई। इस अवसर पर कुलसचिव, क्रांति सूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय डॉ. जीएस चौहान, भूतपूर्व प्राचार्य डॉ. आरएस देवड़ा, वरिष्ठ प्राध्यापक रविंद्र बर्वे, प्राध्यापक डॉ. वंदना बर्वे, डॉ. ललिता बर्गे, डॉ. मसार, डॉ. डीएस बामनिया, डॉ. ललित कुमार भटानिया, ग्रंथपाल, गोविंद यादव, प्रो निशांत दुबे, प्रो गगन पाटीदार ने भी डॉ जोशी के कार्यकाल पर प्रशंसा की। डॉ रंजीता पाटीदार ने कार्यक्रम का संचालन किया।