जिला ब्यूरो इक़बाल खत्री 

         खरगोन ।  30 मई को बेड़िया-डूडगांव में विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ विधायक सचिन बिरला के मुख्य आतिथ्य एवं कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। 

        इस अवसर पर विधायक सचिन बिरला ने कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत बड़वाह विकासखंड में 30 मई से 12 जून तक कृषि वैज्ञानिक क्षेत्र के किसानों से सीधा संवाद करेंगे और कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए नवीन, आधुनिक एवं उन्नत कृषि तकनीकी की विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे। इस दौरान कृषि वैज्ञानिक किसानों की फसलों से जुड़ी समस्याओं और जिज्ञासाओं का समाधान करेंगे तथा कृषि अधिकारी किसानों के हित में संचालित की जा रही केंद्र एवं प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी देंगे। विधायक श्री बिरला ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार के समन्वित प्रयासों से कृषि सुधार के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत किसानों को न्यूनतम लागत में अधिकतम उपज लाने, किसानों की आय में वृद्धि एवं कृषि उपज की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। विधायक ने यह भी कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत किसानों को चक्रीय फसलों की जानकारी, खेतों की मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को दूर करने हेतु मृदा परीक्षण, परीक्षण, सिंचाई की उन्नत तकनीक तथा उर्वरकों के उचित मात्रा में उपयोग एवं प्राकृतिक खेती की जानकारी दी जाएगी।

          कलेक्टर सुश्री मित्तल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि 30 मई से खरगोन जिले में विकसित कृषि संकल्प अभियान प्रारंभ किया गया है। यह अभियान 12 जून तक चलेगा। इस अभियान के अंतर्गत किसानों को शासन की योजनाओं की जानकारी देने के साथ उनकी समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा और उन्हें फसलों के अधिक उत्पादन के लिए उत्साहित किया जाएगा। यह अभियान जिले के किसानों के लिए लाभदायक साबित होगा। उन्होंने किसानों से कहा कि वे उद्यानिकी एवं नगदी फसलों की खेती पर अधिक ध्यान दें। रासायनिक खाद का उपयोग मिट्टी की आवश्यकता के अनुसार करें। इसके लिए किसान अपने खेत के लिए मृदा कार्ड अवश्य प्राप्त करें।

      कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक अनिता शुक्ला ने फूड प्रोसेसिंग एवं वेल्यू एडिशन की जानकारी दी। सोयाबीन अनुसंधान केंद्र इंदौर के कृषि वैज्ञानिक डॉ.राघवेंद्र ने सोयाबीन उत्पादन की नवीन उन्नत जानकारी दी। कृषि उपसंचालक शिवसिंह राजपूत ने कृषि फसलों में उत्पादन लागत कम करने की जानकारी दी। 

       कृषि विस्तार अधिकारी बीएस सेंगर ने विकसित कृषि संकल्प अभियान की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को मिट्टी परीक्षण के लाभ एवं मृदा नमूना एकत्रीकरण पर जानकारी दी जाएगी। बड़वाह विकासखंड में संचालित मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा 12 तत्वों की जांच की जा रही है। वर्तमान में विभाग के मैदानी अमले द्वारा 03 हजार नमूने एकत्रित कर जांच के लिए दिए गए हैं। श्री सेंगर ने बताया कि किसानों को कपास फसल में अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए उच्च घनत्व पौधारोपण प्रणाली की जानकारी दी जाएगी। इस विधि में कतार से कतार की दूरी 4 फीट एवं पौधे से पौधे की दूरी 1 से 1.5 फीट रखी जाती है। प्रति हेक्टेयर पौधों की संख्या अधिक होने से कपास का उत्पादन अधिक प्राप्त होता है। 

साथ ही बताया कि इस अभियान ने अंतर्गत किसानों को प्राकृतिक खेती के तरीके बताए जाएंगे। वर्तमान में उर्वरकों के अंधाधुंध उपयोग से मृदा की भौतिक दशा एवं पर्यावरण एवं मानव जीवन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए किसानों को प्राकृतिक खेती के अंतर्गत जीवामृत,घन जीवामृत,दस पत्ती काढ़ा आदि जैविक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का उपयोग कर खेती की लागत को कम करने के उपाय बताए जाएंगे। इसी प्रकार कम लागत तकनीक के अंतर्गत कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए जरूरी है कि किसान अपनी खेती की लागत को कम करने के लिए एकीकृत कीट प्रबंधन,एकीकृत पोषण प्रबंधन,नवीन उन्नत तकनीकों का उपयोग करें। इन उपायों से खेती की लागत को कम करके लाभ का धंधा बनाया जा सकता है। 

      कार्यक्रम में उपस्थित किसानों की जिज्ञासाओं एवं समस्याओं का समाधान कृषि वैज्ञानिकों और कृषि अधिकारियों ने किया। कार्यक्रम में पंकज बिरला, दिनेश साद, दिलीप पटेल, नरेंद्र सिंह पंवार, राजेंद्र नामदेव, नरेंद्र गावशिंदे, भगवानसिंह सोलंकी, चंद्रपाल सिंह सावनेर, ओमप्रकाश राठौड़, बाबूलाल चौधरी, दिनेश मंडलोई, बलिराम पटेल, रामेश्वर सिनगुने, रामेश्वर भमोरीया, जीवनलाल बिरला, मयाचंद भमोरीया, विनोद जायसवाल, अर्जुन सिंह , प्रेमलाल बिरला, जितेंद्र सिंह सोलंकी, राकेश छालोत्रा, लंकेश मलगाया, गुलाबचंद सिनगुने आदि उपस्थित थे।