मोहम्मद ज़िया
मॉकड्रिल में स्वास्थ्य विभाग भोपाल द्वारा स्वास्थ्य आकस्मिकता की स्थिति में जीवन रक्षक कौशल का प्रदर्शन किया गया। जिसमें रासायनिक गैसों, केमिकल्स के रिसाव की स्थिति में बचाव के उपाय, सावधानियों, प्राथमिक उपचार, रेफरल प्रोटोकॉल, सीपीआर इत्यादि का प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग का चिकित्सकीय दल, पैरामेडिकल स्टाफ 108 एम्बुलेंस मौजूद रहीं। जिन्होंने निश्चित समय सीमा में प्राथमिक उपचार एवं रेफरल को प्रदर्शित किया। इस ड्रिल का उद्देश्य प्रतिक्रिया रणनीतियों को परिष्कृत करना और आपदा प्रबंधन हितधारकों के बीच निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करना था। मॉक ड्रिल में प्रत्येक परिदृश्य को वास्तविक जीवन की आपात स्थितियों को दर्शाने के लिए डिज़ाइन किया गया था ताकि उच्च तनाव की स्थितियों में तैयारियों का परीक्षण किया जा सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि अमोनिया एवं अन्य जहरीली गैसों के रिसाव में समय पर उपचार आवश्यक होता है। संयुक्त अभ्यास में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने मिनिमम रिस्पांस टाइम में चिकित्सा सेवाओं की प्रदायगी का अभ्यास प्रदर्शन किया।