इक़बाल खत्री
खरगोन । जिले के गोगांवा विकासखंड के ग्राम बैजापुर के किसानों ने स्वीट कार्न मक्का की खेती कर कम समय में अधिक मुनाफा कमाया है और क्षेत्र के अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गये है। इन किसानों की सफलता को देखकर जिले के अन्य किसान भी स्वीट कार्न मक्का की खेती करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।
ग्राम बैजापुर के किसान जयराम चौहान परंपरागत रूप से मक्का की खेती करते रहे हैं। लेकिन इस वर्ष उन्होंने कुछ नया करने का मन में ठान रखा था। जयराम ने कृषि विभाग के अधिकारियों की सलाह पर रबी सीजन में अपने 07 एकड़ खेत में स्वीट कार्न मक्का की फसल को लगाया था। उनके खेत में मक्का की यह फसल पक कर तैयार हो गई है और किसान जयराम के लिए खुशियों का संदेश लेकर आयी है। जयराम ने अपने खेत में स्वीट कार्न मक्का की बुआई डीप के साथ फर्टिगेशन पद्धति से की थी। इस पद्धति से एक एकड़ खेत में 1600 पौधे लगाये गये थे। इस प्रकार जयराम ने पूरे 07 एकड़ खेत में स्वीट कार्न मक्का की बुआई डीप एवं फर्टिगेशन पद्धति से की थी।
स्वीट कार्न मक्का की फसल पकने पर जयराम के खेत में प्रति पौधा बड़े आकार के 02-02 भुट्टे लगे हैं। प्रत्येक भुट्टे का वजन 700 ग्राम से 01 किलोग्राम तक है। व्यापारी द्वारा 06 से 09 रुपये प्रति भुट्टा की दर जयराम के खेत का स्वीट कार्न मक्का खरीदा गया है। इस प्रकार किसान जयराम ने प्रति एकड़ 01 लाख 90 हजार रुपये का स्वीट कार्न मक्का बेचा है। जिसमें उसे 01 लाख 25 हजार रुपये का शुद्ध मुनाफा प्राप्त हो रहा है। ग्राम बैजापुर के किसान संतोष चौहान एवं मोहन सिसोदिया ने भी नवीनतम तकनीक का उपयोग कर अपने खेतों में स्वीट कार्न मक्का की फसल का उत्पादन किया है और उन्हें भी कम समय में अच्छा खासा मुनाफा हुआ है।
उप संचालक कृषि एस एस राजपूत ने बताया कि जिले में कुल 03 लाख 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में रबी फसलों की बोनी की गई है। जिसमें मुख्यतः गेहूं, चना एवं मक्का फसले है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष चना एवं मक्का फसल के क्षेत्रफल में वृद्धि हुई है। विशेषकर कृषकों द्वारा स्वीट कॉर्न मक्का लगभग एक हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लगाया गया है। गोगावां विकासखंड के ग्राम बैजापुर के कृषक जयराम चौहान, संतोष चौहान एवं मोहन सिसोदिया द्वारा नवीनतम तकनीक का उपयोग कर लगाई गई स्वीट कॉर्न मक्का की फसल से अन्य किसानों को भी स्वीट कार्न मक्का की फसल लगाने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है। स्वीट कार्न मक्का की यह फसल 75 से 90 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। जिले के कृषकों द्वारा आगामी वर्षों में स्वीट कार्न मक्का का रकबा बढ़ाने के लिए प्रयास प्रारंभ कर दिये गये हैं। उल्लेखनीय है कि स्वीट कार्न मक्का पौष्टिकता, स्वाद एवं मिठास के कारण बहुत लोकप्रिय है और बाजार में साधारण मक्के की तुलना में अधिक दाम में बिकता है।