इक़बाल खत्री
मामा के घर अपनी माँ के साथ आई थी नाबालिक बालिका,
बच्ची सुबह घर से दुकान पर पोहे लेने गई थी लेकिन नही लौटी,
बच्ची मानसिक रूप से कमजोर थी जिसे फिट आने की शिकायत भी है,
बच्ची के परिजनों ने दिनभर तलाश किया लेकिन नही मिलने पर पुलिस को सूचना दी,
सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारीगण ने तत्काल टीमें बनाकर खरगोन शहर में लगातार की सर्चिंग,
सीसीटीव्ही कंट्रोल रूम के माध्यम से हर चौराहे को बारीकी से देखा गया,
पुलिस टीमों के द्वारा लगातार सर्चिंग करने से बच्ची सकुशल मिली।
खरगोन । शहर में नाबालिक बालक/बालिकाओ एवं महिला संबंधी अपराधों में त्वरित कार्यवाही करने के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक इंदौर ग्रामीण इंदौर अनुराग एवं पुलिस उप महानिरीक्षक निमाड़ रेंज खरगोन सिद्धार्थ बहुगुणा के द्वारा निर्देशित किया गया था । जिसके परिपेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक खरगोन धर्मराज मीना के द्वारा पृथक से समस्त अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी को नाबालिक बालक/बालिका व महिला संबंधी मामलो को गंभीरता से लेते हुए प्रभावी कार्यवाही करने हेतु आदेशित किया गया । इसी क्रम में नवीन थाना जैतापुर पुलिस को नाबालिक 06 वर्षीय बालिका को महज 4 घंटो में खोजने में मिली सफलता ।
दिनाँक 12.04.25 को रात्रि करीबन 09:30 बजे पीड़िता ने अपने मामा के साथ थाना जेतापुर आकर बताया कि मैं ग्राम अदलपुरा थाना गोगावां की रहने वाली हु मेरी दो बच्चियां है दोनो नाबालिक है जिनकी उम्र 09 साल व 06 साल है, जो अपने मामा के घर जेतापुर आई हुई थी । आज सुबह 08:30 बजे के लगभग मेरी छोटी बेटी बाजार से पोहे लाने की ज़िद करने लगी तो मैने उसे 20 रुपये देकर नाश्ता दुकान से पोहे लाने भेज दिया था । लेकिन वह 2-3 घंटे तक घर नही लौटी तो मैंने सोचा कि बाहर बच्चो के साथ खेलने लगी होगी । किन्तु जब दोपहर तक नही लौटी तो मुझे चिंता हुई तब मैंने बच्ची को मोहल्ले में तलाश किया लेकिन बच्ची नही मिली फिर मैंने घबरा कर अपने मामा को फोन करके बुलाया और बच्ची के गुम होने के बारे में बताया, तो मेरे मामा व छोटे भाई ने बच्ची को मोहल्ले में और आसपास तलाश किया दिन भर हनुमान जयंती पर मंदिरों में चल रहे भंडारों में भी तलाश किया लेकिन उसका कोई पता नही चला तो थाने पर आई हु मेरी बच्ची मानसिक रूप से कमजोर है जिसे मिर्गी भी आती है ।
मानसिक रूप से कमजोर नाबालिक 06 वर्षीय बालिका के गुम होने की सूचना पर तत्काल जेतापुर पुलिस द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया व पीड़िता की रिपोर्ट पर से प्रकरण पंजीबद्ध किया गया । जिला पुलिस कप्तान धर्मराज मीना के निर्देशन मे नवागत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) नरेंद्र रावत के मार्गदर्शन में एसडीपीओ खरगोन रोहित लखारे, थाना प्रभारी कोतवाली बीएल मंडलोई, थाना प्रभारी मेनगांव पंकज तिवारी, थाना प्रभारी जेतापुर सुदर्शन कुमार एवं उक्त थानों के अधिनस्त पुलिसकर्मियों की 10 टीमें बनाई गई ।
प्रत्येक टीम द्वारा पीड़िता के घर से नाश्ता दुकान व मोहल्ले की गलियों में सघन सर्चिंग की गई । पीड़िता के घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गए, शहर के समस्त मंदिरों में चल रहे भंडारे के कार्यक्रमो में जाकर बच्ची को तलाश किया । जेतापुर ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर से सनावद रोड़, खंडवा रोड़, जिला अस्पताल, गायत्री मंदिर, प्रेसिडेंट होटल चौराहा, बिस्टान तिराहा, श्रीकृष्ण टॉकीज, बस स्टैंड आदि स्थानों पर लगातार भ्रमण कर सीसीटीवी कैमरा चेक करते हुए बच्ची को तलाश किया गया । बच्ची के फोटो को सभी सोशल मीडिया पर वायरल कर एडवाइजरी जारी की गई । लगातार 4 से 5 घंटो तक किये गए प्रयास के परिणामस्वरूप खरगोन कोतवाली की चिता पार्टी को बच्ची संतोषी माता मंदिर रोड़ नर्सरी के पास सकुशल मिली जो अपनी नानी के घर ले जाने का बोलने लगी । बच्ची को प्रेम से शांत कराया चॉकलेट, बिस्कुट दिलाये व परिजनों की उपस्थिति में जिला अस्पताल से मेडिकल परीक्षण कराया । बच्ची पूरी तरह से स्वास्थ्य मिली जिसने अपनी माँ को बताया कि में ढोल बाजे की आवाज सुनकर उनके पीछे चली गई थी फिर घर का रास्ता नही मिला तो मंदिर में खाना खा कर बगीचे में सो गई । रात के समय मे पुलिस की गाड़ी की आवाज आई तो उठ गई । बालिका को सकुशल पाकर परिजनों ने पुलिस का आभार व्यक्त किया है ।
आमजन को पुलिस की सलाह-
छोटे नाबालिक बालक/बालिकाओ को अकेले बाजार नही भेजे किसी समझदार बड़े व्यक्ति के साथ अथवा स्वयं साथ मे लेकर जाए । बच्चो के गुम होने पर बिना देरी किये तत्काल नजदीकी पुलिस थानों पर जाकर सूचित करें।
उक्त की गई कार्यवाही मे एसडीपीओ खरगोन रोहित लखारे, थाना प्रभारी कोतवाली बीएल मंडलोई, थाना प्रभारी मेनगांव पंकज तिवारी, थाना प्रभारी जेतापुर सुदर्शन कुमार, सउनि अनिल तिवारी, प्रआर मुकेश पटेल, प्रआर लोकेश वास्कले, प्रआर विकास पंवार , प्रआर माधव, प्रआर किशोर, आर मुकेश मंडलोई, आर रोबी यादव, आर राहुल पाटीदार, आर तंवर, आर प्रशांत व अन्य स्टॉफ का सराहनीय योगदान रहा ।