16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण है विवाह संस्कार राज्यपाल

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मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 387 कन्याओं का हुआ विवाह


संभाग ब्यूरो बिलाल खत्री

बड़वानी भारतीय संस्कृति में विवाह एक श्रेष्ठ और पवित्र संस्कार है यह 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण है जिसे  पाणिग्रहण संस्कार भी कहा जाता है। हमारे समाज में बेटी के माता-पिता को उनके बड़े होने पर सबसे अधिक चिंता उनके विवाह की होती है। सरकार की इस योजना के माध्यम से उन सभी गरीब अभिभावकों की इस चिंता को खत्म किया है। जिससे वे बेटियों की शादी को बोझ नहीं वरदान समझे। अब उन्हे विश्वास है कि उनकी बेटी का विवाह मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में हो जायेगा। योजनान्तर्गत मिलने वाली 49 हजार रुपये की राशि से बेटियां अपनी मर्जी अनुसार गृहस्थी बसा सकती है। 


   कर्नाटक के राज्यपाल  थावरचन्द्र गेहलोत एवं प्रदेश के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष विभाग मंत्री तथा बड़वानी जिले के प्रभारी मंत्री  इन्दरसिंह परमार ने उक्त बाते शनिवार को कृषि उपज मण्डी प्रांगण बड़वानी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत हुए सामूहिक विवाह समारोह के दौरान कन्याओं को आर्शीवाद देते हुए कही। इस दौरान पूर्व केबिनेट मंत्री  प्रेमसिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष  बलवंत पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष अजय यादव, कलेक्टर  गुंचा सनोबर, पुलिस अधीक्षक  जगदीश डावर, नगर पालिका अध्यक्ष  अश्विनी निक्कु चौहान ने कन्याओं को 49 हजार रुपये की राशि का चेक का वितरण कर सुखी दाम्पत्य जीवन का आर्शीवाद भी दिया। 


जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत दिलवाई शपथ

   मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में कर्नाटक के राज्यपाल  थावरचंद गहलोत ने उपस्थितों को जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संरक्षण एवं जल स्रोतों के आसपास साफ-सफाई एवं संवर्धन की शपथ भी दिलवाई।कार्यक्रम में पूर्व केबिनेट मंत्री  प्रेमसिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष  बलवंतसिंह पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष  अजय यादव, नगर पालिका अध्यक्ष  अश्विनी निक्कु चौहान, नगर पालिका उपाध्यक्ष  सुभाष भावसार,  भगवती प्रसाद शिन्दे, भागीरथ कुशवाह, समस्त पार्षदगण, सहित वर-वधु के परिजन उपस्थित थे।

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