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भारतीय ज्ञान परंपरा के महानायकों पर चित्रात्मक प्रदर्शनी का भी प्रदर्शन किया गया |
इक़बाल खत्री
खरगोन। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस खरगोन में तीन दिव्य स्नेह सम्मेलन के दूसरे दिन 25 मार्च को उद्घाटन समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रम का बड़ा उत्साह और हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर क्लब समागम में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में एकल गायन, सामूहिक गायन, एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य सहित विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सलाहकार ग्रैंडा माइकल ने छात्रों को सोशल मीडिया और शिक्षा में संतुलन, कलात्मक विज्ञान के लाभ और दुष्परिणाम, अच्छे दोस्तों का महत्व और पुष्टि से मिलने के लिए ज्ञान वाला विश्व की किसी भी किताब में नहीं पाया है। इस प्रदर्शनी में युवाओं के लिए भारतीय ज्ञान परंपरा से विशेष रूप से प्रवेश के बारे में बताया गया है। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष दीपक लागो ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा एवं संस्कृति संगम व्यक्तित्व विकास अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा निखारने और प्रतिभा के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया।
कॉलेज की कार्यशाला डॉ. शैल जोशी ने कार्यक्रम की गरिमामयी शुरुआत करते हुए स्वागत भाषण दिया। इसकी शुरुआत में उन्होंने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें मंदिरों के अध्याय, सांस्कृतिक एवं सह-पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम के साथ-साथ वर्ष भर के प्रमुख स्मारकों में प्रकाश डाला गया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ एवं प्रतियोगिताएँ
स्नेह सम्मेलन प्रभारी डॉ. ड्रिस्ट बर्वे ने बताया कि स्नेह सम्मेलन के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक संगीत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। जिसमें छात्रों ने अपनी कला और संपत्ति का प्रदर्शन किया। दर्शकों ने हर सम्राट का साहस साहस और साहस साहस दिखाया।
तीसरे में विजेता ये रहे
एकल गायन में प्रथम स्थान पूजा भावसार, द्वितीय स्थान राहुल राजपूतिया और तृतीय स्थान अंजलि भालसे को प्राप्त हुआ। एकल गायन (विद्यापीठ) में प्रथम स्थान पर हैं। प्रथम स्थान मिथुन मित्र एवं समूह, द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से मनीषा डावर एवं समूह एवं आनंद गोयल एवं समूह, तृतीय स्थान जयोशी यादव एवं समूह रह रहा है।
प्लांट ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया और छात्रों का उत्साह बढ़ाया। पेजिया कॉलेज खरगोन द्वारा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु इस भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारतीय ज्ञान परंपरा के अंतर्गत भारतीय ज्ञान परंपरा के महानायकों द्वारा चित्रात्मक प्रदर्शनी का भी प्रदर्शन किया गया। भारतीय ज्ञान परंपरा के महानायक द्वारा एक प्रेरणादायक चित्रात्मक प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया गया।
प्रभारी डॉ. गणेश पाटिल ने बताया कि प्राचीन भारत के महान सिद्धांतों, सिद्धांतों, संप्रदायों और समाज सुधारकों के जीवन और योगदान की प्रदर्शनी में साक्ष्य और जानकारीपूर्ण प्रदर्शनों के माध्यम से शुरुआत की गई है। विपक्ष का एक प्रयास था कि वे अपने प्राचीन गौरव और वैभव को जान बचाएं।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. गगन पाटीदार, प्रो संजय कोच और डॉ. रंजीता पाटीदार ने किया और बिजनेस डा. सुनयना चौहान से बातचीत। कार्यक्रम में जनभागीदारी समिति के सदस्य श्याम गुप्ता, कालूसिंह मंडलोई, मुकेश बिदारे, सेवनिवृत स्कॉर्पियो डॉ. महेश गुप्ता, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. अग्रवाल पतिदार, डॉ. एसआर डावर, डॉ. ललित बर्गे, डॉ. एस.टाकर, डॉ. मिडिल केसरे, कॉलेज के सभी कर्मचारी, अन्य छात्र-छात्रा उपस्थित रहे।