मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की उपस्थिति में किया गया राष्ट्र सामर्था देवी अहिल्या की पुण्य गाथा नाटक का मंचन

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लोकमाता अहिल्या बाई के जनकल्याण और सुशासन के कार्य प्रेरणादायक हैं- मुख्यमंत्री डॉ. यादव


इक़बाल खत्री 

             खरगोन । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई ने 300 वर्ष पहले जनकल्याण के जो काम कराए हैं और सभी संकटों को पार कर सुशासन के प्रतिमान स्थापित किए हैं, वह आज हम सब के लिए प्रेरणादायक हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 31 मार्च को लोकमाता देवी अहिल्या की नगरी खरगोन जिले के महेश्वर में विश्व मांगल्य सभा द्वारा राष्ट्रसमर्था देवी अहिल्याबाई की पुण्यगाथा नाटक के मंचन अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे। 


     इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, मध्यप्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, होल्कर स्टेट के युवराज यशवंत राव होल्कर, विश्व मांगल्य सभा की अध्यक्ष श्रीमती रेखा खंडेलवाल, राष्ट्रीय संगठन मंत्री डा. वृषाली जी जोशी, विश्व मांगल्य सभा मध्यप्रदेश की अध्यक्ष श्रीमती सूरज डामोर, सांसद  ज्ञानेश्वर पाटिल, डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी, विधायक  राजकुमार मेव, बालकृष्ण पाटीदार, सचिन बिरला व अन्य गणमान्य नागरिक, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे। इस अवसर पर आयुषी जैन द्वारा देवी अहिल्या बाई की जीवनगाथा पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन किया गया।


    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संबोधन में कहा कि देवी अहिल्या बाई ने होल्कर साम्राज्य के साथ ही सम्पूर्ण देश में जनकल्याण के कार्य किए हैं। मुगल काल में सनातन संस्कृति को नष्ट करने का काम किया गया लेकिन नर्मदा पुत्री देवी अहिल्याबाई ने सनातन संस्कृति की रक्षा का काम किया है। उन्होंने सोमनाथ, काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग को बनाने का कार्य किया है। देवी अहिल्या ने देश भर में नदी घाटों का निर्माण कराया, गरीबों की दिल खोलकर मदद की, रोजगार के लिए महेश्वरी साड़ियों का निर्माण कराया, व्यापार को प्रोत्साहन दिया, किसानों की मदद की और न्याय व सुशासन के अनेकों कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इतिहास माता अहिल्या के विविध प्रसंगों से भरा हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माता अहिल्या बाई के कार्यों से प्रेरणा लेकर हमारी सरकार ने पहला दशहरा महेश्वर में मनाया और केबिनेट की बैठक भी महेश्वर में आयोजित की है। प्रदेश की सशस्त्र वाहिनी क्रमांक 01 को अहिल्या माता का नाम दिया है। 


     मुख्यमंत्री डॉ यादव ने महेश्वर में देवी अहिल्या की जीवनगाथा पर नाटक मंचन के लिए विश्व मांगल्य सभा की सराहना की। 

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह  दत्तात्रेय होसबोले ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई के 300 जन्म जयंती के अवसर पर महेश्वर में नाटक का मंचन किया जा रहा है। यह नाटक अहिल्या बाई के कार्यों से आमजन को राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा देगा। देवी अहिल्या ने मंदिरों का जिर्णाेद्धार कराया है। हमारे देश में देवी अहिल्या, रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी चेनम्मा जैसी नारी शक्ति ने शासक के रूप में इस धरती का संचालन किया है। यह हमारे लिए गर्व और प्रेरणा का आदर्श है। 

 मुख्यमंत्री डॉ यादव ने अतिथियों के साथ सम्पूर्ण नाटक का मंचन देखा।

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