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वक़्फ़ संशोधन बिल के खिलाफ गोगावाँ में मुस्लिम समाज द्वारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन |
इक़बाल खत्री
खरगोन । शुक्रवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील पर गोगावाँ के मुस्लिम समाज द्वारा वक़्फ़ संशोधन बिल के खिलाफ एक अनोखा और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया। इस विरोध में मुसलमानों ने अपने-अपने घरों से बाजू पर काली पट्टी बांधकर मस्जिद का रुख किया और जुमे की नमाज अदा की।
इस शांतिपूर्ण विरोध की खास बात यह रही कि न तो कोई नारेबाजी हुई और न ही किसी प्रकार का शोर-शराबा। आम दिनों की तरह ही नमाज अदा की गई, बस अंतर इतना था कि नमाजियों ने अपने बाजू पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया।
गांधीवादी तरीके से विरोध:
जमीयत उलमा ए हिंद के संभाग अध्यक्ष मौलाना उमर कासमी ने हमारे संवाददाता हकीम इकबाल खत्री से बातचीत में कहा कि वक़्फ़ संशोधन बिल मुसलमानों की धार्मिक और ऐतिहासिक संपत्तियों पर कब्जा करने का प्रयास है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा सरकार अपनी मर्जी के कानून मुसलमानों पर थोपने का प्रयास कर रही है। हमारा यह विरोध गांधीवादी तरीके से, संविधान के दायरे में रहकर है। भारतीय संविधान ने जो अधिकार हमें दिए हैं, उसी के तहत शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया जा रहा है।"
गोगावाँ की लगभग सभी मस्जिदों में इसी प्रकार का शांतिपूर्ण विरोध देखा गया। लोग एकजुट होकर नमाज अदा करने पहुंचे और काली पट्टी बांधकर अपनी नाराजगी का इजहार किया। लोगों का कहना था कि वक़्फ़ संपत्तियाँ हमारी धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर हैं, जिन पर किसी भी तरह का सरकारी कब्जा नाइंसाफी है।