संभाग ब्यूरो बिलाल खत्री
बड़वानी रोशनी पिता राजाराम उम्र 2.5 वर्ष निवास डोंगरगांव को सांस लेने में तकलीफ होने के कारण जिला अस्पताल बड़वानी में उपचार हेतु पीआईसीयू में भर्ती किया गया था। रोशनी के परिवार वालों ने बताया की 13 मार्च को शाम 5 बजे तक बच्ची पूर्ण रूप से स्वस्थ थी और घर पर बच्चो के साथ खेल रही थी। खेलते खेलते अचानक बच्ची रोशनी को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और वह कुछ बोल भी नहीं पा रही थी ।
रोशनी को ड्यूटी पर उपस्थित डॉ. पुष्पेंद्र सतपुड़ा शिशु रोग चिकित्सक एवं नोडल पीआईसीयू ने तुरंत परीक्षण कर उपचार शुरू किया एवं अपने परीक्षण में पाया कि मरीज के श्वास नली में कोई फाॅरनबॉडी हो सकती हैं एवं मरीज को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने के कारण वेंटिलेटर मशीन से ऑक्सीजन पर रखा ओर तुरंत नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ नेकी राय को पीआईसीयू में मरीज के गले के परीक्षण के लिए बुलाया गया और डॉ नेकी राय ने तुरंत डायरेक्ट लेरिंगोस्कॉपी परीक्षण कर मरीज के गले में अटकी हुई एक सुपारी के टुकड़े को निकाल कर रोशनी का जीवन बचाया।
डॉ अनिता सिंगारे, सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय बड़वानी के मार्गदर्शन में डॉ पुष्पेन्द्र सतपुड़ा, डॉ अमिचंद चौहान, डॉ शशी शेखर सेप्टा, डॉ हर्ष जोशी, डॉ दिव्या मुकाती एवं पीआईसीयू के समस्त नर्सिंग ऑफिसर एवं सहायक स्टाफ एवं रेडियोलॉजी विभाग के रीतेश मसीह. रेडियोग्रॉफर की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा मरीज रोशनी का पीआईसीयू में लगातार उपचार कर पूर्ण स्वस्थ होने पर जिला अस्पताल बड़वानी से छुट्टी दी गई है।