कुक्षी
रमज़ान के मुबारक व पाकीज़ा महीने में बड़े तो इबादत व रोज़ा रक्खे ही रहते हैं। लेकिन रब की मोहब्बत में कुशी के समीप सिलकुआ के 6 साल के नन्हे मासूम मोहम्मद के बच्चे अब्दुल्लाह निदा हसन ने अपनी जिंदगी का पहला रोजा रखा। बढ़ती गर्मी में 6 साल की मासूम ने पहली रोजा पढ़ी यह साबित कर दिया है कि किसी भी उम्र में खुदा की इबादत नहीं होती। इस बच्चे ने रोजे की हालत में अपने रब से मुजफ्फ हिंदुस्तान की अमन शांति की दुआएं लीं। मासूम बच्चे मोहम्मद अब्दुल्ला के पहले रोजा पर सभी ने अपने इस्तकबाल कर उन्हें मुबारकबाद पेश की। कुक्षी मंच के प्रभारी राजेश यादव ने भी अपने बच्चे को अपनी दुआओं से नवाज कर अपने होन्सले और मिकी के दादू दी।