इक़बाल खत्री
धार जिले के प्रतिभागियों ने प्रस्तुत किए प्रभावशाली विचार
खरगोन। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस खरगोन में 22 मार्च को विकसित भारत युवा संसद कार्यक्रम का दूसरा दिन उत्साह और विचारों के मंथन के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन में धार जिले के युवा प्रतिभागियों ने एक राष्ट्र, एक चुनाव जैसे ज्वलंत और राष्ट्रीय महत्व के विषय पर अपने विचारों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। प्रत्येक प्रतिभागी को 03 मिनट का समय दिया गया। जिसमें उन्होंने अपनी बात को तर्कसंगत और संक्षिप्त रूप में रखा। इस कार्यक्रम में कुल 75 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिन्होंने अपने विचारों से उपस्थित श्रोताओं और आयोजकों को प्रभावित किया।
दो दिवसीय इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों के प्रस्तुतीकरण के उपरांत निर्णायक मंडल ने सामग्री की प्रासंगिकता, स्पष्टता और संरचना, मौखिक संचार और शारीरिक भाषा, नव प्रर्वतन और रचनात्मकता, भाषा प्रवाह, समय का पालन इत्यादि बिंदुओं के आधार पर धार तथा खरगोन जिले के 150 प्रतिभागियों में से 10 प्रतिभागियों का चयन किया गया। वहीं चार प्रतिभागियों को पूरक सूची में रखा गया है। विजेता प्रतिभागी अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में विधानसभा में अपनी बात रखेंगे और खरगोन तथा धार जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज की प्राचार्य डॉ. शैल जोशी ने की। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. सुरेश अवासे ने आयोजन की रूपरेखा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसे सफल बनाने में योगदान दिया। संयोजक डॉ. सावित्री भगोरे ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए उनके आत्मविश्वास और प्रस्तुति की सराहना की। प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राजेंद्र सिंह चौहान ने भी आयोजन के सुचारु संचालन में सहयोग प्रदान किया। यह कार्यक्रम भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य युवाओं को नीति निर्माण और राष्ट्रीय विकास में भागीदार बनाना है।
चयनित प्रतिभागियों ने रखें विचार
विकसित भारत युवा संसद में रुचिका पाटीदार ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव से समय और संसाधनों की बचत होगी। हर्ष राठौर ने कहा कि एकसमान चुनाव प्रक्रिया से मतदाताओं का विश्वास बढ़ेगा और लोकतांत्रिक मूल्यों को बल मिलेगा। अनुज मंडलोई ने कहा कि हर साल होने वाले चुनावों से प्रशासनिक ध्यान भटकता है, जो विकास को प्रभावित करता है। प्रवर चौधरी ने कहा कि एक साथ चुनाव होने से लोग अपने वोट की अहमियत को बेहतर समझेंगे और जागरूकता बढ़ेगी। हाशिम शेख ने तर्क दिया कि एक साथ चुनाव से सरकारें अपना कार्यकाल स्थिरता के साथ पूरा कर सकेंगी। अजय ने बताया कि कम खर्च से बचे धन का उपयोग शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में किया जा सकता है। प्रियंका यादव ने कहा कि एक बार में चुनाव करवाने से प्रशासन को बार-बार तैयारियों का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा। सुमित भालेकर ने बताया कि एकसमान चुनाव प्रणाली युवाओं को राजनीति और नीति निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगी। कपिल वर्मा ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एक संगठित और एकसमान चुनाव प्रणाली आधारभूत आवश्यकता है। देवांशु प्रजापति ने बताया कि एक साथ चुनाव पूरे देश को एक सूत्र में बांधेगा और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करेगा।
प्राचार्य डॉ. शैल जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि युवा संसद जैसे आयोजन न केवल युवाओं को अपनी बात रखने का मंच प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें राष्ट्र के भविष्य को आकार देने के लिए भी तैयार करते हैं। नोडल अधिकारी डॉ. सुरेश अवासे ने बताया कि यह कार्यक्रम युवाओं के बीच राष्ट्रीय मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने और उनके विचारों को सरकार तक पहुंचाने का माध्यम है। संयोजक डॉ. सावित्री भागोरे ने प्रतिभागियों की प्रस्तुति को सराहते हुए कहा कि इन युवाओं में देश को आगे ले जाने की अपार संभावनाएं हैं। प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राजेंद्र सिंह चौहान ने आयोजन की सफलता को कॉलेज के लिए गर्व का क्षण बताया।
विकसित भारत युवा संसद के इस आयोजन से युवाओं को राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करने और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अवसर मिला। इस सत्र में धार जिले के प्रतिभागियों ने जिस तरह अपने विचारों को आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत किया। वह इस बात का प्रमाण है कि भारत का युवा वर्ग देश के भविष्य के लिए तैयार है। यह कार्यक्रम आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा, जिसमें अन्य जिलों के प्रतिभागी भी अपनी भागीदारी निभाएंगे। इस आयोजन ने न केवल युवाओं के बीच रचनात्मक संवाद को बढ़ावा दिया, बल्कि एक राष्ट्र, एक चुनाव जैसे महत्वपूर्ण विषय पर जनमत को समझने में भी मदद की।
कार्यक्रम का संचालन प्रो संजय कोचक तथा प्रो सावन धनगर द्वारा किया गया और आभार प्रो सावित्री भागोरे द्वारा व्यक्त किया गया। प्रो शोभाराम सोलंकी, राकेश यादव, श्रीमती अचला पालीवाल, डॉ. सुनैना चौहान तथा प्रो चंद्र भान त्रिवेदी निर्णायक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में प्रो नीरज चौहान, डॉ बीएस निगवाल, संतोष जायसवाल, अरविंद सकवार, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. रविंद्र बर्वे, डॉ. एसडी पाटीदार महाविद्यालय का अन्य स्टाफ तथा विद्यार्थी उपस्थित रहें।