इक़बाल खत्री
खरगोन । 08 मार्च को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मण्डलेश्वर अखिलेश जोशी द्वारा माॅ सरस्वती के पूजन माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया गया। नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण करने में सबके सकारात्मक सहयोग की बात कही। जिससे कि पक्षकारों को शीघ्र सस्ता एवं सुलब न्याय मिल सके।
इस अवसर पर नेशनल लोक अदालत में विशेष न्यायाधीश मोहम्मद मूसा खान, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय श्रीमती मैरी मार्गेट फ्रांसिस डेविड, जिला न्यायाधीश मसूद एहमद खान, जिला न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह, जिला न्यायाधीश भगवानदास राठौर, दीपक चौधरी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मण्डलेश्वर प्रीति जैन, न्यायाधीश महेन्द्र सिंह, शिवागंनी भट्ट, प्रशासनिक अधिकारी शिरिष महाजन, अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ कार्तिक जोशी अधिवक्ता संघ सचिव, अजय कुमार, वर्मा ठाकुर एवं अधिवक्ता कार्यकारिणी के सदस्य एवं अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेंस काउंसिल्स रूपेश शर्मा, निशा कौषल, नगर परिषद मण्डलेश्वर से संजय कलोसिया, विद्युत विभाग, बैंक, वन विभाग एवं अन्य विभाग के अधिकारी, पैरालीगल वालेन्टियर्स खण्डपीठ सदस्यगण जोजू एमआर, दुर्गेश कुमार राजदीप, सारिका जैन, नाजिर जाहिद खान एवं पक्षकारगण उपस्थित रहें।
कुटुम्ब न्यायालय में भरण पोषण के लिए आपसी मनमुटाव और पारिवारिक विवाद के चलते अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी एक हुए। नेशनल लोक अदालत में कुटुंब न्यायालय से कई प्रकरणों में समझौता हुआ। रानी बी की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता आकाश चंद राठौर और प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय श्रीमती मैरी मार्ग्रेट फ्रांसिस डेविड द्वारा उभयपक्ष को दी गई समझाईश के बाद दोनो ने साथ साथ रहना स्वीकार किया। दोनो ने कुटुंब न्यायालय प्रधान न्यायाधीश श्रीमती मैरी मार्ग्रेट फ्रांसिस डेविड एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरणए मण्डलेश्वर प्रीति जैन की उपस्थिति में एक दूसरे को पौधा देकर पुनः दाम्पत्य जीवन शुरू करने की शुभकामनायें दी।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरणए मण्डलेश्वर प्रीति जैन द्वारा नेशनल लोक अदालत में निराकृत हुए प्रकरणों की जानकारी बतायी गई। जिले के 32 न्यायालयों की खण्डपीठ में लंबित कुल 651 प्रकरणों में राजीनामा हुआ। जिनमें 07 करोड़ 50 लाख 84 हजार 165 रूपये राशि का सेंटलमेंट हुआ और 1566 व्यक्ति लाभांवित हुए। नगर पालिका, बैंक एवं बीएसएनएल के प्रीलिटिगेशन मामलों में कुल 1978 प्रकरणों का राजीनामा हुआ। जिनमें 02 करोड़ 48 लाख 15 हजार 55 रूपये की वसूली हुई और 3492 व्यक्ति लांभावित हुए। सभी लाभांवित को पर्यावरण सुरक्षा को बढावा देने के लिए एक-एक पौधा भेंट किया गया।