बिलाल खत्री
अलीराजपुर जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है हमारा आदिवासी समाज दिन रात कठोर मेहनत करता है इसके बावजूद वह पिछड़ा हुआ है गरीब बना हुआ है,इसके अनेक कारण हो सकते हैं मगर सबसे बड़ा कारण अंध विश्वास एवं समाज में व्याप्त कुरीतियां भी है l उक्त विचार में आयोजित आदिवासी समाज में व्याप्त D3 कार्यक्रम में म.प्र शासन के अनुसूचित जनजाति के कैबिनेट मंत्री नागरसिंह चौहान ने व्यक्त करते हुए आगे बताया कि आदिवासी समाज में दारू यानि कि शराब का प्रचलन अधिक है जिसके कारण लड़ाई झगडे होते हैं और लोग थाना कचहरी के चक्कर लगाते रहते हैं, इसके बाद दहेज प्रथा भी इन्हें बर्बाद करती है।
वर्तमान में आधुनिकता की होड़ में डी.जे का उपयोग विवाह में किया जाता है जिससे भी धन आदि की हानि हो रही है,इन सब को यदि बंद नहीं किया जा सकता है तो कम तो किया जा सकता है उसे कम करना है ।
कार्यक्रम को क्षेत्रीय विधायक श्रीमती सेना पटेल ने संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज जनों को रणजीतगढ़ , बेहडीया के ग्राम वासियों से प्रेरणा लेना चाहिए D3 से प्रेरित होकर दहेज को आधा कर दिया आदिवासी समाज को अपनी पुरानी कुरीतियों तथा बुराईयों को छोड़ कर आगे बढ़ना है जिसके लिए दहेज दारू तथा डी.जे का उपयोग बहुत कम करना है तथा धीरे-धीरे इन्हें छोड़ते जाना है श्रीमती पटेल ने कहा की हम सब को अपने आप को सुधारना होगा ।
हम सब को संकल्प लेना होगा कि हमारा घर समाज को (डीजे ,दारू दहेज )से मुक्त करेंगे कार्यक्रम में कट्टीवाड़ा थाना प्रभारी सोलंकी सहित कई समाज जनों ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम के सयोजक नितेश अलावा ने D3 के बारे में ग्रामीण जनों को समझाया।कार्यक्रम में परसिंह बरिया,विनु सरपंच, सरपंच सुनीता वरसिंह बारिया,नारिया किराड़, सुनील कनेस,जयराज जाधव ,जनरल भाई,गोहायडा तोमर, भारतराज जाधव,दूर सिंह,सहित कट्ठीवाड़ा ब्लॉक के सैकड़ों ग्रामीणजन व सरपंच,पटेल तड़वी पुजारा उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन केरम जमरा,आभार संपत धाकड़ ने माना।