जिला पंचायत बड़वानी में सेनु परियोजना के अंतर्गत

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सामुदायिक पोषण वाटिका पर आधारित जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन


बिलाल खत्री संभाग ब्यूरो

      बड़वानी जिले में जी.आई.जेड और सृजन संस्था के तकनीकी सहयोग एवं मनरेगा और आजीविका विभाग के साथ समन्वय कर सामुदायिक पोषण वाटिका कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। शुक्रवार, 7 फरवरी को बड़वानी जिले में सेनु परियोजना के अंतर्गत सामुदायिक पोषण वाटिका पर आधारित जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में  एस. एल. पंवार सहायक निदेशक  कृषि विभाग, सुरेंद्र मोरे, परियोजना अधिकारी  मनरेगा,  डी. के. जैन, उद्यानिकी विशेषज्ञ कृषि विज्ञान केन्द्र, बड़वानी तथा म प्र ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारीगण उपस्थित रहे। साथ ही जिले में कार्यरत स्वंय सेवी संस्थाओं के प्रमुख एवं सामुदायिक पोषण वाटिका में कार्यरत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और सरपंचो की विशेष सक्रिय भागीदारी रही।सर्वप्रथम सृजन संस्था के जिला समन्वयक  लक्षमण जेठानी के द्वारा सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया गया। तथा आज के कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए, बड़वानी जिले की सामुदायिक पोषण वाटिकाओं में एग्रो इकोलॉजी पर बनी फिल्म दिखाई गई। उन्होंने बताया कि सामुदायिक पोषण वाटिका का मुख्य उद्देश्य यह है कि जैविक सब्जियों, फलों, दालों और अनाज का उत्पादन करना तथा उपयोग कर माँ व शिशु के पोषण स्तर को बढ़ाना तथा पोषण की पूर्ति के अतिरिक्त उत्पादन का विक्रय कर समूह की महिलाओं की आय में वृद्धि करना और आजीविका को बढ़ाना है। ततपश्चात सभी अतिथियों को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा सामुदायिकी पोषण वाटिका से उत्पादति जैविक सब्जियों और फलो कि टोकरियां भेंट स्वरूप प्रदान कि गयी। उसके बाद स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और ग्राम पंचायतों के सरपंचों के द्वारा सामुदायिक पोषण वाटिका की तीन वर्षों की यात्रा के अनुभव साँझा किये गए। एवं सामुदायिक पोषण वाटिका से महिलाओं के पारिवारिक, आर्थिक, सामाजिक और शारीरिक स्वास्थ्य में आये सकारात्मक बदलावो को साँझा किया गया। मनरेगा के जिला परियोजना अधिकारी  सुरेंद्र मोरे ने कहा कि 1 हेक्टेयर सरकारी भूमि पर निर्मित सामुदायिक पोषण वाटिकाओं से महिलाओं और उनके परिवारों में पोषण स्तर के साथ साथ आय में भी वृद्धि हुई है और महिलाओं का सामाजिक सशक्तिकरण भी हुआ है। इस योजना का लाभ लेने से उनके परिवारों का पलायन भी रुका है। कार्यक्रम के अंत मे सभी अतिथियों के द्वारा समूह की महिलाओं और ग्राम पंचायत के सरपंचों को सामुदायिक पोषण वाटिका में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। आज के कार्यक्रम में 50 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लेकर कार्यशाला को सफल बनाया।

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