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अब तक आशा आश्रय गृह से चालीस निराश्रितों को मिला स्वयं का परिवार |
बिलाल खत्री संभाग ब्यूरो
बड़वानी कितनी अच्छी बात है की हमारा बड़वानी वंचित वर्ग के लिए हर क्षेत्र में संवेदनशीलता का पर्याय बनते जा रहा है। इसका एक बड़ा उदाहरण आशा ग्राम ट्रस्ट द्वारा चौकसी वाला ज्वेलर्स के समन्वय से संचालित निराश्रित मानसिक रोगियों का आशा आश्रय गृह है। य न केवल विक्षिप्त मनो रोगी को यहां के कार्यकर्ताओं द्वारा फुटपाथ से लाकर उसका उपचार इत्यादि किया जाता है बल्कि संपूर्ण उपचार के बाद परामर्श के निष्कर्ष आधार पर उसके मूल निवास और परिवार की खोज की जाती है तथा संपूर्ण सत्यापन के बाद उसका पारिवारिक पुनर्वास सुनिश्चित किया जाता है। यह सामाजिक सरोकार के प्रति संवेदनशीलता का परिचायक है उक्त बातें केंद्रीय जेल अधीक्षक सुश्री शेफाली तिवारी ने ग्राम सेमली विकासखंड पाटी के मनोरोगी को परिवार के सुपुर्द करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने संपूर्ण आशा आश्रय गृह परिसर का भ्रमण कर यहां पर जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में किए जा रहे विभिन्न कार्यों को देखा एवं उनकी सराहना की। आशाग्राम ट्रस्ट के सचिव एवं आश्रय गृह के संचालक राजेंद्र चौकसी ने कहा यहां पर जिला चिकित्सालय के डॉ राहुल पाटीदार मनोरोग विशेषज्ञ के द्वारा जहां मनोरोगियों को नियमित उपचार प्राप्त हो रहा है, वही सभी उपचारित मनोरोगियों को किचन गार्डन, स्वच्छता, गौ सेवा, पक्षियों के लिए दाना पानी इत्यादि सेवा कार्यों से भी जोड़ा गया है। यहां मनोरोगियों के लिए जहां योग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है वही एक्यूप्रेशर हेतु पाथवे तैयार किया गया है। इस पूरे परिवेश को पक्षियों की कलरव करती आवाज़ जहां इसे ऊर्जावान बना रही है, वही हरा भरा परिवेश मरीज के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की पूर्ति कर रहा है। चौकसी ने बताया हमने यहां अन्य लोगों को भी सेवा से जोड़ने के लिए प्रेरित किया है यहां कोई भी व्यक्ति आकर विभिन्न सेवा दायित्व में सहभागी बन सकता है। इस दौरान समाजसेवी जीतू सोनी, जेल आरक्षक विक्रम मेहरा, ट्रस्ट के सचिन दुबे, मनीष पाटीदार, मणिराम नायडू, आशा आश्रय गृह के समाधान पाटील, श्रीमती साधना भावसार आदि उपस्थित थे।