चिंता ग्रसित प्रत्येक मानव को सच्ची राह दिखाती है गीता ----- ब्रह्माकुमारी भारती दीदी

Jansampark Khabar
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श्रीमद् भागवत गीता का भव्य शुभारंभ  बड़ी तादाद में श्रद्धालु लाभ लेने पहुंचे कथा में 

शोभा यात्रा से शहर का वातावरण धार्मिक व निर्मल हुआ


 धार इकबाल खत्री कुक्षी  ,5 जनवरी ,वर्तमान समय प्रत्येक मानव मोह व चिंता से ग्रसित अर्जुन की तरह अनेक मनोविकारों में शंका में डूबा हुआ है, उसे सत्य राह दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में प्रत्येक मानव की दशा को देखकर स्वयं गीता ज्ञान दाता शिव भगवान अपने गीता में किए वायदे के अनुसार इस सृष्टि पर आकर प्रत्येक निराशा में डूबे मानव को आशा की किरण दिखा रहे हैं। सत्यमार्ग दिखलाकर मानव मन को सुख, शांति, शक्ति की प्राप्ति कर रहे हैं ।यह विचार कटनी से पधारे श्रीमद् भागवत कथा वाचक राज योगिनी भारती दीदी ने मनावर रोड अंबेडकर चौराहा पर स्थित कथा स्थल पर  भागवत सप्ताह के प्रथम दिन के अवसर पर जनमानस को संबोधित किया। इससे पूर्व शोभा यात्रा प्रात 10:00 बजे अंबेडकर चौराहा से प्रारंभ होकर सुथार मोहल्ला,कचोरी चौक, दातारी चौक ,पड़ाव ,सिनेमा टॉकीज ,विजय स्तंभ चौराहा ,रंगा राव मोहल्ला ,होते हुए कथा स्थल अंबेडकर चौराहे पर समापन हुई। शोभा यात्रा के शुभारंभ सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी ममता बहन ने झंडा दिखाकर किया।  धार सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी सत्या बहन ने संबोधन में बताया कि  पौष मास में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ बड़ा शुभ माना जाता है ।यह अवसर अपने जीवन को समझने व श्रेष्ठ कर्म करके 21 जन्म अपनी तकदीर को श्रेष्ठ बनाने का ।इस अवसर पर धार्मिक प्रभाग के राष्ट्रीय कार्यकारीराजयोगी ब्रह्मा कुमार नारायण भाई इंदौर ने बताया कि गीता ज्ञान निर्मल जल की तरह है जो भी व्यक्ति इस ज्ञान सागर में डुबकी लगा देता है उसके सभी मनोविकार मिट जाते हैं। मन निर्मल पवित्र होकर परमात्मा शिव से लगन लग जाती है जिससे आत्मा स्वच्छ पवित्र बन जाती है ।सत चित आनंद स्वरूप में ढल जाती है। कुक्षी क्षेत्र के अनुविभागिय अधिकारी श्री विशाल धाकड़ जी ने कहा कि गीता ज्ञान सुनने का विषय नहीं है, धारण करने का विषय है जब जीवन में धारणा होती है तब संस्कार परिवर्तित होते हैं और संसार भी श्रेष्ठ बन जाता है। हमें किसी को दुख देने का ऐसा कार्य नहीं करना। मनावर सेवा केंद्र संचालिका सुंदरी बहन ने बताया कि यह सात दिवसीय गीता ज्ञान सुनने से हमारे पाप नष्ट हो जाते हैं , आप 7 दिन गीता ज्ञान सुनकर अपने जीवन को निर्मल आनंद मय बनाएं। इसीलिए भक्ति में साप्ताहिक भागवत का महत्व है। कार्यक्रम का उद्घाटन स्टेज पर उपस्थित सभी मेहमानों ने दीप जलाकर किया और कथा के बाद आरती की गई और सभी को प्रसाद बांटा गया। इस कार्यक्रम की भव्यता इससे लगती है इसका लाभ लेने के लिए स्थानीय जनता के अलावा धार मनावर, धर्मपुरी ,गंधवानी, बड़वानी ,अलीराजपुर बेटमा पीतमपुर इत्यादि स्थानों   से काफी संख्या में इसका लाभ लेने पहुंचे हैं ।कार्यक्रम प्रतिदिन दोपहर 12:00 बजे से 3:00 तक आयोजित किया जा रहा है ।प्रतिदिन समापन आरती के द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक दिन प्रातः 6.00 बजे से 7:00 बजे म्यूजिकल एक्सरसाइज व 7 से 8 राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराया जाएगा।

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